
जिला अस्पताल में ठेले पर लेटा मरीज
– फोटो : अमर उजाला
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जालौन जिले के उरई में गृहकलह के चलते युवक ने अपनी गर्दन पर चाकू मार लिया, जिससे वह लहूलुहान होकर गिर गया। गंभीर रूप से घायल युवक को इलाज के लिए अस्पताल ले जाने के लिए परिजनों ने एंबुलेंस को फोन किया। आधा घंटे तक एंबुलेंस न आने पर परिजन मजबूरी में घायल को ठेले पर अस्पताल लेकर पहुंचे। वहीं, अस्पताल में घायल को इलाज के लिए स्ट्रेचर देना भी अस्पताल प्रशासन ने मुनासिब नहीं समझा।
उसका इलाज इमरजेंसी वार्ड में ठेले पर ही चिकित्सक करते रहे, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है। शहर कोतवाली क्षेत्र के राजेंद्रनगर निवासी रवि ने मंगलवार की देर रात गृहकलह के चलते चाकू से अपनी गर्दन पर वार कर लिया। इससे वह लहूलुहान होकर अचेत हो गया। परिजनों ने 108 एंबुलेंस सेवा पर फोन किया, लेकिन एंबुलेंस न पहुंचने पर युवक की हालत बिगड़ते देख परिजन हाथ ठेले से उसे जिला अस्पताल ले गए।
वहां इमरजेंसी में तैनात कर्मचारी व डॉक्टर ठेले पर ही उसका इलाज करते रहे। इसका लोगों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। हालांकि संवाद न्यूज एजेंसी वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करती है। युवक की मां पिंकी ने बताया कि एंबुलेंस को कई बार फोन किया गया। आधा घंटे तक एंबुलेंस नहीं पहुंची, जिससे उसे अपने बेटे दो किलोमीटर दूर तक ठेला घसीटकर अस्पताल लाना पड़ा।
मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। जिला अस्पताल में स्ट्रेचर हमेशा मौजूद रहता है। किन हालात में ठेले पर इलाज किया गया। इसकी भी जांच की जाएगी। – डॉ. वीरेंद्र सिंह, एसीएमओ