शासन ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय को फिर संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा- 2026 कराने की जिम्मेदारी दी है। बीयू लगातार चौथी बार संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा कराने वाला प्रदेश का पहला विवि बन गया है। शासन का पत्र आते ही कुलपति ने राज्य समन्वयक, राज्य नोडल अधिकारी, सह-राज्य समन्वयक समेत कई कमेटियां गठित कर दी हैं। 

तीन बार पहले करा चुका है

बुधवार दोपहर में शासन से कुलपति कार्यालय को पत्र मिला कि बुंदेलखंड विवि को संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा कराने के लिए नामित किया गया है। कुलपति प्रो. मुकेश पांडेय ने कहा कि विवि प्रवेश परीक्षा शुचिता, पारदर्शिता व गोपनीयता से कराने के लिए कटिबद्ध है। वर्ष 2023, 2024 व 2025 में शासन की अपेक्षाओं पर विवि खरा उत्तरा और निर्धारित समय से पूर्व ही परिणाम जारी कर दिया गया। यही कारण है कि बीएड परीक्षा कराने की जिम्मेदारी फिर मिली है। वर्ष 2023 व 2024 की संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा में कम अभ्यर्थी शामिल हुए थे। वहीं, वर्ष 2025 में 344546 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया जिसमें 305791 ने परीक्षा दी। 304980 अभ्यर्थियों का परिणाम घोषित किया गया। 218169 छात्र-छात्राओं ने विभिन्न बीएड महाविद्यालयों में

प्रवेश लिया।

एग्जाम को लेकर कमेटी गठित

कुलपति ने बताया कि संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा कराने के लिए एकेडमिक निदेशक प्रो. एसपी सिंह को राज्य समन्वयक नियुक्त किया गया है। कुलसचिव ज्ञानेंद्र कुमार राज्य नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। प्रो. सौरभ श्रीवास्तव एवं प्रो. डीके भट्ट सह-राज्य समन्वयक, डॉ. सुनील त्रिवेदी विभागाध्यक्ष शिक्षा संस्थान को कंट्रोल रूम प्रभारी बनाया गया है। वहीं, दो कोर कमेटी प्रो. एमएम सिंह व प्रो. काव्या दुबे के नेतृत्व में बनाई गई है, जिनमें डॉ. अचला पांडेय, डॉ. दीप्ति सिंह, डॉ. अनुपम व्यास, डॉ. भुवनेश्वरमस्तैनिया, डॉ. प्रेमप्रकाश राजपूत, डॉ. अनुराग कुमार शामिल होंगे।

दो वर्षीय बीएड की डिग्री लेने के बाद विद्यार्थी कॅरिअर बना सकते हैं। विभिन्न क्षेत्र में सरकारी या गैर सरकारी स्कूलों में कक्षा छह से 10 तक के शिक्षक बन सकते हैं। केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, सैनिक स्कूल, कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में भविष्य बना सकते हैं। प्रो. मुकेश पांडेय, कुलपति



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