मथुरा के बलदेव स्थित एक्सप्रेस-वे पर हुए हादसे में अभी तक चार मृतकों की पहचान हो पाई है। 14 की शिनाख्त के लिए डीएनए रिपोर्ट का इंतजार है। लेकिन हेल्प लाइन नंबरों पर आए कुछ नंबरों ने चिंता बढ़ा दी है। यह लोग हादसे में अपने लोगों को खोजने का प्रयास कर रहे हैं। वह निजी बसों के रिकॉर्ड से मिलान करने और चालक-परिचालकों से पूछताछ करने की बात कह रहे हैं। आशंका यह भी है कि बस में छोटे स्टॉप पर बैठीं सवारियां हो सकती हैं।
यमुना एक्सप्रेस-वे स्थित माइल स्टोन 127 पर हुए हादसे में सात निजी बसें और एक रो़डवेज बस सहित तीन कारों में आग लगी थी। पुलिस के मुताबिक, सात निजी बसों में करीब 350 यात्री सवार थे। इनकी बुकिंग के आधार पर परिजन से संपर्क कर लिया गया है। जो लोग मिसिंग हैं, उनके परिजन डीएनए के लिए सैंपल दे चुके हैं। इसके बाद भी हेल्प लाइन नंबर पर कानपुर, बांदा और आसपास से कॉल्स आ रही हैं। यह लोग अपनों के बारे में पूछताछ कर रहे हैं। वह अपने मोबाइल नंबर और जानकारी दे रहे हैं। हालांकि किसी का रिकॉर्ड अभी तक पुलिस को नहीं मिला है। इसके बाद भी अनुमान लगाया जा रहा है कि कई दफा बस परिचालक रास्ते से सवारियां बिठा लेते हैं।
चालक, परिचालकों से लिए बयान
हादसे में बसों के चालक, परिचालक और क्लीनरों से पुलिस ने बयान लिए हैं। उनसे पूछा गया कि रास्ते में कहां से सवारियां बिठाईं। कितनी बुकिंग थीं। रोडवेज बस के घायल सह चालक से भी पूछताछ की गई है।
