संवाद न्यूज एजेंसी
ललितपुर। इन दिनों जिले में बारिश के चलते मलेरिया खूब फैल रहा है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में जिले में केवल मलेरिया के दो मरीज मिले हैं। जबकि शहर की निजी पैथोलॉजी पर रोज 10 से 15 मरीजों की मलेरिया की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। इससे सवाल खड़ा होता है कि या तो सरकारी अस्पताल की लैब में ठीक से जांच नहीं हो रही या फिर निजी पैथोलाॅजी वाले गोलमाल कर रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने आठ महीने में करीब 40959 मरीजों की मलेरिया की स्लाइड तैयार कराईं थीं। इनमें केवल दो मरीज ही मलेरिया पॉजिटिव निकले। जबकि डेंगू के 13 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग की लैबों में रोज हो रही जांच में कोई भी मरीज मलेरिया पॉजिटिव नहीं निकल रहा है। जबकि निजी पैथोलॉजी में रोज 10 से 15 मरीज मलेरिया के मिल रहे हैं।
केस एक
आजादपुरा निवासी विशाल को पिछले कुछ दिनों से बुखार आ रहा था। सरकारी अस्पताल में दवा ली और मलेरिया जांच कराई, लेकिन कुछ भी नहीं निकला। बाद में जब निजी पैथालॉजी पर जांच कराई तो मलेरिया पॉजिटिव आया। इसके बाद मलेरिया का इलाज कराने के बाद आराम हुआ।
केस दो
मोहल्ला चौबयाना निवासी हरिओम की पत्नी को तेज बुखार आया। सरकारी अस्पताल में जांच भी कराई, लेकिन वहां कुछ नहीं निकला। इसके बाद निजी पैथालॉजी में जांच कराने पर मलेरिया की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
यह हैं लक्षण
– ठंड के साथ तेज बुखार
– सिर दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द।
– आंखों के पिछले भाग में दर्द।
– आंखें हिलाने पर दर्द बढ़ जाना।
– अत्यधिक कमजोरी।
– भूख में कमी।
– जी मिचलाना।
– मुंह का स्वाद खराब होना।
– रक्तचाप कम होना
– पानी की कमी होना
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मलेरिया पर एक नजर
वर्ष केस
2019 103,
2020 15,
2021 07,
2022 01
2023 02 जनवरी से अभी तक
वर्जन
जिले में जिला अस्पताल, मलेरिया विभाग, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर जनवरी से अभी तक दो ही केस निकले हैं। जबकि 40959 जांचें हो चुकी हैं। निजी अस्पतालों के आंकड़े विभाग के पास नहीं रहते हैं। – डॉ. मुकेश जौहरी, जिला मलेरिया अधिकारी