
प्रतीकात्मक तस्वीर
– फोटो : PTI
विस्तार
बंधन बैंक की कलेक्शन एजेंट सुशीला (26) की मौत के मामले में उसके भाई की तहरीर पर सरोजनीनगर पुलिस ने बैंक मैनेजर व नौ अन्य कर्मचारियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने तफ्तीश शुरू कर सोमवार को आरोपी बैंक कर्मियों से पूछताछ की है। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिंग यानी खुदकुशी की पुष्टि होने के कारण पुलिस विवेचना के दौरान केस की धारा बदल सकती है। अफसरों का कहना है कि जो साक्ष्य मिलेंगे उसी दिशा में कार्रवाई की जाएगी।
मूलरूप से हमीरपुर निवासी सुशीला गंगानगर सरोजनीनगर में स्थित बंधन बैंक में बतौर कलेक्शन एजेंट काम करती थीं। जिस बिल्डिंग में बैंक है, उसी में पहली मंजिल पर वह किराये पर रहती थीं। यहीं बैंक के अन्य कर्मचारी भी रहते हैं। रविवार सुबह वहां रहने वाले अन्य लोगों ने देखा कि कमरे में सुशीला का शव फंदे पर लटक रहा है।
ये भी पढ़ें – यूपी विधानमंडल सत्र: अखिलेश ने बेरोजगारी पर उठाए सवाल, सीएम योगी ने कसा तंज, सपाइयों की सोच तो बदली
ये भी पढ़ें – क्या जयंत चौधरी एनडीए में शामिल होंगे? ओम प्रकाश राजभर ने दिया बयान
इस पर पुलिस को सूचना दी गई। सुशीला के भाई शिवाकांत ने बताया कि उनकी बड़ी बहन माया देवी के पास एक अज्ञात नंबर से कॉल कर सुशीला की हत्या की जानकारी दी गई। सरोजनीनगर इंस्पेक्टर ने बताया कि शिवाकांत की तहरीर पर बैंक मैनेजर आशीष मिश्रा, कर्मचारी निधि, पिंकी, अर्जुन यादव, रोशन लाल, नरेंद्र कुमार, विवेक शर्मा, विनोद कुार, आतिफ खान और रामदास पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
आखिर क्यों नहीं दी सूचना
मृतका के भाई शिवाकांत का कहना है कि जो बैंक कर्मी उनकी बहन के साथ रहते हैं, उनमें से किसी ने उनको सूचना नहीं दी। इससे साजिश का संदेह होता है। इसलिए वह चाहते हैं कि निष्पक्ष जांच हो और जो जिम्मेदार हों उन पर कार्रवाई की जाए। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। उनके व मृतका के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल भी खंगाल रही है।