अलीगढ़ के रोरावर थाने में तैनात महिला सिपाही हेमलता शनिवार को अपने किराये के घर में फंदे पर लटकी मिली थीं। पुलिस आत्महत्या मान रही है। हालांकि, परिजन इसे आत्महत्या मानने को राजी नहीं हैं। सोमवार को परिजन बन्नादेवी थाने पहुंचे। पुलिस से बेटी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रति ले गए। उनका कहना है कि इस रिपोर्ट पर विधिक राय लेने के बाद तहरीर देंगे।
मूल रूप से आगरा के कागारौल के गांव बैमन निवासी किसान कर्मवीर सिंह की बेटी हेमलता (28) रोरावर थाने में आईजीआरएस पटल पर तैनात थीं। वह जीटी रोड पर बन्नादेवी क्षेत्र की जवाहर नगर कॉलोनी में एक सेवानिवृत्त दरोगा नरेंद्र सिंह के मकान में किराये पर रहती थी।
शनिवार दोपहर वह छुट्टी लेकर घर निकल रही थी। उनकी चचेरी बहन की रविवार को शादी थी। उन्होंने दोपहर में 12 बजे पिता कर्मवीर सिंह से बात की। घर के लिए जल्द निकलने के बारे में बताया। बाद में व्हाट्स एप पर उनका एक स्टेट्स सामने आया था। इसे देखने के बाद थाने के पुलिसकर्मी घर पर पहुंचे थे। वह फंदे पर लटकी मिली थीं। पुलिस का कहना है कि उन्होंने आत्महत्या की है। घर अंदर से बंद था। पुलिसकर्मी छत के रास्ते से भूतल पर बने आंगन में पहुंचे थे। उन्होंने लोहे के जाल से रस्सी बांधकर फंदा बनाया।
पिता का कहना है कि उनकी बेटी की हत्या की गई है। लोहे का जाल तकरीबन 13 से 14 फीट की ऊंचाई पर लगा है। ऐसे में बेटी अकेले फंदा नहीं बना सकती है। वहीं घटनास्थल पर कोई कुर्सी नहीं मिली। अगर वो खुद फंदा लगाती तो कुर्सी जरूर गिरी मिलती। वहीं व्हाट्सएप पर स्टेटस भी कोई और भी लगा सकता है। यह आत्महत्या का आधार नहीं हो सकता।
सोमवार को परिजन बन्ना देवी थाने पहुंचे। उन्होंने हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की। हालांकि अभी तहरीर नहीं दी है। पुलिस को शिकायत मिलने का इंतजार है। पुलिस से पोस्टमार्टम की प्रति लेकर परिजन चले गए। उन्होंने पुलिस से कुछ बातचीत कर जानकारी जुटाई। फिर वापस चले गए। परिजनों का कहना है कि इस पर वे कानूनी राय लेंगे। इसके बाद फिर तहरीर देने आएंगे।
एसएचओ बन्नादेवी एसपी सिंह के अनुसार परिजन पोस्टमार्टम की प्रति लेने आए थे। अभी उन्होंने किसी तरह की लिखित शिकायत नहीं दी है। अगर देंगे तो उसे जांच में शामिल किया जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फांसी लगने से माैत की पुष्टि हुई है।
