Mayawati said: Government should include OBC in women reservation bill

बसपा सुप्रीमो मायावती।
– फोटो : amar ujala

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 बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि महिला आरक्षण बिल में देश की आबादी के बहुसंख्यक ओबीसी समाज की महिलाओं को आरक्षण में शामिल नहीं करना बहुजन समाज के बड़े वर्ग को न्याय से वंचित रखना है। इसी तरह एससी-एसटी समाज की महिलाओं को अलग से आरक्षण नहीं देना भी अनुचित व सामाजिक न्याय की मान्यता को नकारना है।

उन्होंने कहा कि सरकार ओबीसी समाज को महिला आरक्षण बिल में शामिल करे और एससी-एसटी वर्ग की महिलाओं को अलग से आरक्षण दे। साथ ही, इस विधेयक को तत्काल प्रभाव से लागू करने के सभी जरूरी उपाय करे। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समाज की महिलाओं की भी बिल में उपेक्षा करना अनुचित है। देश इस बिल का भरपूर व जोरदार स्वागत करता, अगर उनकी अपेक्षाओं के मुताबिक यह अविलंब लागू हो जाता। उन्होंने सवाल उठाया कि करीब 27 वर्षों की लंबी प्रतीक्षा के बाद अनिश्चितता और आगे और लंबा इंतजार करना कितना न्यायसंगत है?

सांसद पर कार्रवाई न होना दुर्भाग्यपूर्ण

वहीं दूसरी ओर उन्होंने भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा सदन में बसपा सांसद दानिश अली को अपशब्द कहने पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद द्वारा बसपा सांसद दानिश अली के खिलाफ सदन में आपत्तिजनक टिप्पणी को स्पीकर ने रिकार्ड से हटाकर उन्हें चेतावनी दी है। सरकार के वरिष्ठ मंत्री ने सदन में माफी भी मांगी है। हालांकि पार्टी द्वारा उनके विरुद्ध अभी तक समुचित कार्रवाई नहीं करना दुर्भाग्यपूर्ण है।



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