Muzaffarnagar में मादक पदार्थों के अवैध व्यापार के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन सवेरा के तहत पुलिस को एक और महत्वपूर्ण कामयाबी मिली है।
थाना मीरापुर पुलिस और मिशन शक्ति टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए एक वांछित तस्कर को गिरफ्तार कर 2 किलो 100 ग्राम अवैध गांजा बरामद किया है।
इस गिरफ्तारी ने क्षेत्र में सक्रिय नशा गिरोहों की कमर तोड़ने की दिशा में पुलिस की रणनीति को और मजबूती दी है।

यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सख्त निर्देशों के तहत की गई—

  • अपर पुलिस महानिदेशक, मेरठ जोन

  • पुलिस उपमहानिरीक्षक, सहारनपुर परिक्षेत्र

  • वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मुज़फ्फरनगर संजय कुमार वर्मा

  • पुलिस अधीक्षक ग्रामीण आदित्य बंसल

  • क्षेत्राधिकारी जानसठ यतेन्द्र सिंह नागर

  • थाना प्रभारी मीरापुर ओमप्रकाश सिंह

इन सभी के निर्देशन में पुलिस टीम द्वारा लगातार अवैध तस्करों के खिलाफ अभियान जारी है।


पिछले महीने की बड़ी बरामदगी—67 किलो 400 ग्राम गांजे का मामला और इसी तस्कर की तलाश

सूत्रों के अनुसार 11 अक्टूबर को थाना मीरापुर पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक बड़े तस्कर को पकड़कर उसके कब्जे से 67 किलो 400 ग्राम गांजा बरामद किया था।
लेकिन उसका एक साथी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था।
उस फरार आरोपी की तलाश में पुलिस की कई टीमों को लगाया गया था।

उसी फरार तस्कर का नाम सामने आया—
प्रमोद उर्फ पप्पू उर्फ पिंटू
पिता: लाला
निवासी: नूरवाला महादेव कॉलोनी, थाना किला, पानीपत

पुलिस लगातार उसके मूवमेंट पर नजर रख रही थी और इंतजार कर रही थी कि वह दोबारा सप्लाई के लिए निकले।


चेकिंग के दौरान संदिग्ध युवक पुलिस को देखकर भागने लगा, टीम ने किया पीछा

थाना मीरापुर पुलिस और मिशन शक्ति टीम शुक्रवार को बिजनौर मार्ग पर रामराज बॉर्डर के पास संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की चेकिंग कर रही थी।
इसी दौरान एक युवक ने पुलिस को देखते ही भागने की कोशिश की।
पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए आवश्यक बल प्रयोग कर उसे मौके पर ही पकड़ लिया।

जांच में युवक की पहचान वही फरार तस्कर प्रमोद उर्फ पप्पू उर्फ पिंटू के रूप में हुई जिसकी पुलिस लंबे समय से तलाश कर रही थी।
उसके बैग से 2 किलो 100 ग्राम गांजा मिला जिसे तुरंत कब्जे में ले लिया गया।

यह गिरफ्तारी ‘Mirapur drug arrest’ ऑपरेशन की महत्वपूर्ण कड़ी मानी जा रही है।


उड़ीसा से सस्ते में गांजा लाकर पश्चिम यूपी में सप्लाई—तस्कर ने किया बड़ा खुलासा

प्रारंभिक पूछताछ के दौरान अभियुक्त ने पुलिस को बताया कि वह—

  • उड़ीसा से बहुत सस्ते दामों पर गांजा खरीदकर

  • पानीपत, मुज़फ्फरनगर, बिजनौर और आसपास के क्षेत्रों में

  • महंगे दामों पर सप्लाई करता था

उसने यह भी स्वीकार किया कि पिछली बड़ी खेप भी वही और उसका साथी उड़ीसा से लेकर आए थे।
जिसमें से उसका साथी पुलिस के हत्थे चढ़ गया था लेकिन वह मौके से फरार होने में सफल रहा।

तस्कर ने बताया कि वह आज भी उड़ीसा से लाई गई ताज़ा खेप बिजनौर में सप्लाई करने जा रहा था लेकिन पुलिस ने उसे रास्ते में ही पकड़ लिया।


उड़ीसा कनेक्शन ने बढ़ाई पुलिस की सर्तकता—नकाबपोश नेटवर्क और बढ़ रहा था सक्रिय

जांच अधिकारियों ने बताया कि यह पूरा गिरोह ‘हाई वॉल्यूम, कम जोखिम’ की रणनीति पर काम करता था।
उड़ीसा से बड़ी मात्रा में गांजा कम दाम पर खरीदना और फिर पश्चिमी यूपी में 3–4 गुना कीमत पर बेचना इस गिरोह का मुख्य पैटर्न था।

इस गिरफ्तारी के बाद पुलिस का ध्यान अब—

  • सप्लाई चैन

  • फाइनेंसर

  • ट्रांसपोर्ट नेटवर्क

  • और दूसरे सहयोगियों
    पर केंद्रित है।

कई संदिग्ध मोबाइल नंबर और कॉल रूट की जांच भी शुरू कर दी गई है।


थाना मीरापुर पुलिस की विशेष टीम—किसने की बड़ी भूमिका?

इस कार्रवाई में थाना मीरापुर की टीम के इन सदस्यों ने निर्णायक भूमिका निभाई—

  • प्रभारी निरीक्षक: ओमप्रकाश सिंह

  • उपनिरीक्षक: योगेश कुमार, दीपक शर्मा

  • महिला उपनिरीक्षक: ममता अत्री

  • सिपाही: एशवीर सिंह, मनवीर सिंह,

  • महिला कांस्टेबल: मधु

इन सभी ने संयुक्त रूप से तस्कर का पीछा किया, पूछताछ की और माल बरामद किया।


पुलिस की रणनीति—Mirapur drug arrest अभियान अब और तेज होगा

पुलिस अधिकारियों के अनुसार यह गिरफ्तारी केवल एक तस्कर को पकड़ने की कार्रवाई नहीं है, बल्कि यह क्षेत्र में फैले बड़े नेटवर्क को ध्वस्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
उच्चाधिकारियों ने साफ कर दिया है कि—

  • जनपद में मादक पदार्थों की तस्करी किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं की जाएगी

  • उड़ीसा व अन्य राज्यों से आने वाले रूट पर विशेष चेकिंग बढ़ा दी जाएगी

  • ऑपरेशन सवेरा को और तेज गति से चलाया जाएगा

  • हर संदिग्ध व्यक्ति और वाहन की गहन जांच की जाएगी

यह भी संकेत मिल रहे हैं कि जल्द ही इस गिरोह से जुड़े और लोगों पर कार्रवाई की जा सकती है।


मीरापुर पुलिस द्वारा उड़ीसा–पश्चिम यूपी तस्करी नेटवर्क पर की गई यह निर्णायक कार्रवाई स्थानीय सुरक्षा व्यवस्था के लिए बड़ी उपलब्धि साबित हुई है। 2.1 किलो गांजे के साथ फरार अभियुक्त की गिरफ्तारी न सिर्फ ऑपरेशन सवेरा को मजबूत करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि जनपद में मादक पदार्थों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अब पूरी कड़ाई से लागू हो चुकी है।

 



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