उत्तराखंड के हर्षिल में बादल फटने के बाद लापता हुए मुरसान क्षेत्र के गांव करील निवासी अग्निवीर सचिन पौनिया (23) का शव अभी तक नहीं मिला है। इस कारण उत्तरकाशी जिले के भटवाड़ी के एसडीएम ने उन्हें मृत घोषित कर दिया है, जिससे परिवार के लोगों की आखिरी उम्मीद भी टूट गई है।
सचिन की मां लक्ष्मी और बहन श्वेता उनकी याद आते ही रोने लगती हैं। इकलौते बेटे के बारे में सोच-सोचकर मां आए दिन बेहोश हो जाती हैं। गांव करील निवासी सचिन पौनिया पुत्र चंद्रवीर सिंह ने गांव के ही तुहीराम इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट की और 2021 में बीए के साथ-साथ एनसीसी में प्रशिक्षण लिया। इसी दौरान सचिन ने सेना में भर्ती की तैयारी शुरू कर दी।
30 अक्तूबर 2024 को सचिन अग्निवीर के रूप में सेना में भर्ती हुए। ट्रेनिंग के बाद उनकी पहली तैनाती 19 जून को उत्तरकाशी के धराली स्थित हर्षिल घाटी में हुई। पहली तैनाती के लिए सचिन अपने घर से अपने माता-पिता सहित अन्य बुजुर्गों का आशीर्वाद लेकर गए थे। चार अगस्त को सचिन ने अपने परिवार सहित अपने दोस्तों से भी फोन पर बातचीत की थी। पांच अगस्त धराली में बादल फटने की घटना के बाद वहां पर रेस्क्यू कार्य के लिए सचिन सहित 11 जवान भेजे गए थे, जिसमें एक हवलदार भी थे।