भूतल का काम हुआ पूरा, अस्पताल बनने के बाद दूर हो जाएगी बेड की कमी
अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में दिसंबर से 500 बेड का अस्पताल शुरू हो जाएगा। अस्पताल के भूतल का काम पूरा हो गया है। दो सप्ताह में प्रथम तल का बचा हुआ कार्य भी हो जाएगा। अस्पताल बनने के बाद बेड की कमी दूर हो जाएगी।
मेडिकल कॉलेज में 500 बेड अस्पताल का निर्माण कार्य आठ साल से फंसा पड़ा है। 2012 में अस्पताल की घोषणा होने के बाद 2014 में इसका निर्माण शुरू हुआ। तब अस्पताल के निर्माण का बजट 1.37 अरब रुपये था। बाद में अस्पताल को पूरी तरह वातानुकूलित करने और किस्त मिलने में देरी होने से बजट रिवाइज हो गया। काम पूरा करने के लिए कार्यदायी संस्था ने 1.74 अरब बजट की मांग की। 2016 में बजट के अभाव में निर्माण कार्य ठप हो गया। छह सालों से काम पूरी तरह बंद पड़ा था। मगर मई 2023 में शासन ने बजट की पहली किस्त के रूप में 12 करोड़ रुपये जारी कर दिए। अब कार्यदायी संस्था ने अस्पताल के भूतल का अधूरा काम पूरा कर लिया है। प्रथम तल का कार्य भी दो सप्ताह में पूरा होने की संभावना है। शासन ने इसे 31 दिसंबर तक हर हाल में शुरू करने के निर्देश दिए हैं। कार्यदायी संस्था का भी कहना है कि तय समय में काम पूरा हो जाएगा।
प्रथम तल पूरा होते ही मांगेंगे बजट
अस्पताल निर्माण के लिए बकाया 42 करोड़ रुपये के बजट को शासन द्वारा स्वीकृति दी जा चुकी है। बताया गया कि प्रथम तल का काम पूरा होने के बाद बकाया 30 करोड़ रुपये बजट की भी मांग की जाएगी। इसके बाद दूसरे और तीसरे तल का बचा हुआ काम भी शुरू हो जाएगा।
31 दिसंबर तक 500 बेड का अस्पताल बनकर तैयार हो जाएगा। यहां मूलभूत सुविधाएं जैसे कि पानी के लिए पाइप लाइन, बिजली, सेंट्रलाइज एसी का भी काम पूरा कराया जा रहा है। – एसके अग्निहोत्री, परियोजना प्रबंधक, राजकीय निर्माण निगम।