अलीगढ़ महानगर के बन्ना देवी इलाके के एक प्लंबर ने पीएमओ के आईजीआरएस पोर्टल पर पत्र भेजकर अजीब मांग कर दी है। उसने खुद को देश के दोनों लाल किलों व कुतुब मीनार मालिक-वारिस बताते हुए उन्हें खाली कराकर उसे सुपुर्द करने या फिर पीएम से मिलवाने की मांग की है। उसने देश के प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं से खुद की जान को खतरा बताया है। पीएमओ को मिले इस पत्र का बन्ना देवी पुलिस ने सत्यापन शुरू कर दिया है।
बन्ना देवी के अकबर नाम के व्यक्ति ने हाथ से लिखे गए दो पत्र सितंबर व नवंबर माह में आईजीआरएस पर भेजे, जिनमें उल्लेख किया गया कि आगरा व दिल्ली के लाल किले व कुतुब मीनार उसके हैं, उन्हें खाली कराकर दिया जाए या जितना धन वह मांगे, उसे दिया जाए या फिर प्रधानमंत्री से उसकी मुलाकात कराई जाए।
इसके अलावा एक पत्र में उसने खुद की जान को खतरा भी बताया है, जिसमें देश के अलग-अलग राज्यों के 10 से अधिक बड़े विपक्षी नेताओं के नामों का उल्लेख है। यह दोनों पत्र बन्ना देवी पुलिस को जांच के लिए मिले हैं, जिसके आधार पर सीओ द्वितीय कमलेश कुमार ने अकबर को जांच के लिए बुलाया। बातचीत में पता चला कि वह प्लंबर का काम करता है।
हालांकि 11 दिसंबर को पहले दिन की बातचीत में ज्यादा जानकारी नहीं हो सकी। अब पुलिस पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने वाले लोकवाणी केंद्र संचालक को भी बुलाएगी। सीओ द्वितीय कमलेश कुमार इतना ही बताते हैं कि अभी बयान दर्ज किए जा रहे हैं। उसने यह सब किस मंशा से किया, उसकी बात को सत्यापित किया जा रहा है। उसके बाद ही कुछ तय हो सकेगा।
