आटा-इटौरा मार्ग में मंगलवार की रात संयुक्त टीम ने 35 ओवरलोड वाहनों को पकड़ा। इसमें चार वाहनों को सीज कर दिया। कार्रवाई के दौरान प्रशासन ने नौ लाख रुपये से अधिक का जुर्माना भी वसूला है। डीएम राजेश कुमार पांडेय के निर्देश के बाद एसडीएम कालपी मनोज कुमार सिंह ने टीम के साथ आटा-इटौरा मार्ग और आसपास के रूटों पर कड़ा पहरा लगाया। अभियान में खनिज विभाग, एआरटीओ सुरेश कुमार और थानाध्यक्ष आटा अजय कुमार सिंह की संयुक्त टीम शामिल रही। चेकिंग में 29 वाहन ओवरलोडिंग में पकड़े गए। इनमें तीन ट्रक दस्तावेज न मिलने पर मौके पर ही सीज कर दिए गए। टीम ने रात में लगभग 8 लाख रुपये का चालान किया।
प्रशासनिक घेराबंदी तेज होते ही कई ट्रक चालक घबराकर मार्ग पर ही मौरंग खाली कर भाग गए। सुबह कई स्थानों पर ढेर दिखाई दिए। बुधवार सुबह एआरटीओ विनय पांडेय ने थाने के पास चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान छह और ओवरलोड ट्रक पकड़े गए, जिनमें से एक वाहन सीज किया गया और 1.80 लाख रुपये की वसूली हुई।
इस तरह रात और दिन की संयुक्त कार्रवाई में कुल 35 वाहन पकड़े गए और 9 लाख से अधिक की वसूली हुई। रात की कार्रवाई से बचने के लिए ट्रक चालकों द्वारा सड़क पर फैलाई गई बालू को सुबह ग्रामीणों ने खुद ही उठाकर सड़क किनारे किया। इससे एक ओर रास्ता साफ हो गया, वहीं कई ग्रामीण बालू भी उठा ले गए।
कार्रवाई की भनक लगते ही चालक वाहन छोड़कर भागे, आटा- इटौरा मार्ग पर घंटों जाम
दोपहर में एआरटीओ टीम की ओर से अचानक चेकिंग अभियान शुरू होते ही ट्रक चालकों में खलबली मच गई। कई चालक अपने वाहन सड़क पर ही छोड़कर दाएं-बाएं भाग निकले, जिससे आटा-इटौरा मार्ग पर जाम लग गया। उरई से लौट रहे स्कूली वाहन आटा बस स्टैंड पर फंस गए। इस पर अभिभावक बच्चों को लेने बाइक से पहुंच गए। यात्रियों से भरी रोडवेज बसें भी लंबे समय तक फंसी रहीं। कई यात्री पैदल हाईवे तक जाकर दूसरी बसों में सवार हुए। बाद में एआरटीओ टीम ने सभी ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई करते हुए मार्ग को सुचारू कराया।
