सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि एक देश-एक कारोबारी भाजपा सरकार का गोपनीय एजेंडा है। एक का धंधा, एक से चंदा के सिद्धांत पर चलते हुए भाजपा हर कारोबार को कुछ एक हाथों में ही समेट देना चाहती है।
अखिलेश यादव ने जारी बयान में कहा कि किसी भी क्षेत्र में एकाधिकार की भावना घातक साबित होती है, फिर वो चाहे राजनीतिक क्षेत्र हो, आर्थिक या सामाजिक वर्चस्व का क्षेत्र। आज भाजपा सरकार जिस तरह से किसी न किसी बहाने से अन्य औद्योगिक घरानों को खत्म करके सभी आर्थिक गतिविधियों को अपने गिने-चुने लोगों के हाथों में देने के लिए आमादा है।
उन्होंने कहा कि एकाधिकारवादी कंपनियों के फायदे के लिए हर नियम-कानून बदला जाएगा। उपभोक्ताओं से मनमानी वसूली की जाएगी। श्रमिकों का कम धन-अधिक श्रम के उत्पीड़नकारी फार्मूले के तहत और शोषण किया जाएगा। न किसान की सुनी जाएगी और न पीडीए समाज की।
सपा अध्यक्ष ने किया अरावली को बचाने का आह्वान
अखिलेश यादव ने एक संदेश में कहा है कि बची रहे जो अरावली, तो दिल्ली रहे हरीभरी। उन्होंने कहा कि अरावली को बचाना कोई विकल्प नहीं है, बल्कि ये तो संकल्प होना चाहिए। मत भूलिए कि अरावली बचेगी तो ही एनसीआर बचेगा। अरावली को बचाना अपरिहार्य है, क्योंकि यह दिल्ली और एनसीआर के लिए एक प्राकृतिक सुरक्षा कवच है या कहें कि एक क़ुदरती ढाल है। अरावली ही दिल्ली के ओझल हो चुके तारों को फिर से दिखा सकती है, पर्यावरण को बचा सकती है।
