वाहनों के फिटनेस टेस्ट के बाद स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस के लिए टेस्टिंग की व्यवस्था भी पहली जनवरी से निजी हाथों में चली जाएगी। आवेदकों को टेस्ट देने के लिए ट्रांसपोर्टनगर आरटीओ के बजाय बंथरा में तैयार प्राइवेट ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर जाना पड़ेगा। यहां टेस्टिंग का काम निजी एजेंसी करेगी। इसकी रिपोर्ट पर आरटीओ की मंजूरी के बाद लाइसेंस जारी होगा।
आरटीओ के प्रमुख कार्यों में गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन, फिटनेस और डीएल जारी करना है। परिवहन विभाग धीरे-धीरे इन सेवाओं को निजी हाथों में सौंप रहा है। करीब एक महीने पहले ट्रांसपोर्टनगर का फिटनेस सेंटर बंद कर बीकेटी में ऑटोमेटिक टेस्टिंग सिस्टम (एटीएस) खोल दिया गया। अब स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस के टेस्ट का काम भी प्राइवेट एजेंसी को सौंपा जा रहा है। हालांकि, इसके शुल्क में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है।
लर्नर ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन ऑनलाइन होता है। आवेदकों को आरटीओ नहीं जाना पड़ता है। लाइसेंस जारी होने के छह महीने बाद स्थायी डीएल के लिए टेस्ट ट्रांसपोर्टनगर स्थित आरटीओ में लिया जाता है।संभागीय निरीक्षक पूरी प्रक्रिया का वीडियो बनवाते हैं। नई व्यवस्था में स्थायी डीएल के लिए टेस्ट बंथरा के प्राइवेट ट्रेनिंग सेंटर में ही होंगे। प्राइवेट संचालक भी इसका वीडियो बनाएंगे।
