प्रशांत कुमार रेलवे अधिकारी हैं। उन्होंने लर्नर ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने का प्रयास किया। आधार कार्ड में पिता का नाम न होने से उनका लर्नर डीएल नहीं बन सका। अलीगंज निवासी नैंसी सिंह इंजीनियर हैं। जब उन्होंने ऑनलाइन लर्नर डीएल बनवाने का प्रयास किया तो उन्हें भी आधार पर पिता का नाम न होने के कारण मायूस होना पड़ा।
पिछले 90 दिन में ऐसे पांच हजार से भी अधिक मामले सामने आए हैं जिनका लर्नर डीएल नहीं बन सका है। वजह है आधार में पिता का नाम दर्ज न होना। ऐसे मामलों में लोग आवेदन की प्रक्रिया ही पूरी नहीं कर पा रहे। अगस्त से ही आधार में पिता का नाम नहीं होने के कारण ऐसी शिकायतें आ रही हैं। अगस्त, सितंबर, अक्तूबर में ऐसी शिकायतों की संख्या 5500 के पार जा चुकी है। ट्रांसपोर्टनगर स्थित आरटीओ में औसतन 30 से 35 आवेदक इसकी शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। वहीं, देवा रोड स्थित एआरटीओ में लर्नर डीएल नहीं बनवा पाने वाले शिकायतकर्ताओं की संख्या 20 से 25 रहती है।
इसलिए आ रही समस्या
यूनिक आईडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) ने आधार में बड़ा बदलाव किया है। 25 अगस्त 2025 के बाद से जिनके आधार में कोई भी अपडेट होगा तो पिता का नाम दर्ज नहीं किया जाएगा, जबकि पहले आधार कार्ड पर पिता का नाम प्रिंट होकर आता था।
ऐसे में उन लोगों को समस्या आ रही है, जिनके आधार कार्ड में पिता का नाम नहीं है। परिवहन विभाग के अधिकारी बताते हैं कि लर्नर ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया ऑनलाइन है। इसके लिए आवेदकों को आरटीओ आने की आवश्यकता नहीं है।
ऑनलाइन लर्नर लाइसेंस आवेदन करने पर आधार नंबर डालना होता है, जहां से पूरा विवरण ऑटोमेटिक ले लिया जाता है। अपडेटेड आधार के मामले में पिता का नाम न मिलने पर सिस्टम प्रक्रिया को पूरी नहीं कर पाता। ऐसे में आवेदकों को निराशा हाथ लगती है।
