प्रदेश सरकार ने घुसपैठियों को खदेड़ने के लिए फूलप्रूफ प्लान तैयार किया है। घुसपैठियों को जिन डिटेंशन सेंटर में रखा जाएगा, वहां परिंदा भी पर नहीं मार सकेगा। घुसपैठियों का बायोमैट्रिक प्रोफाइल भी तैयार होगा। इन सभी नामों को निगेटिव लिस्ट में दर्ज किया जाएगा। लिस्ट को देश भर में शेयर किया जाएगा ताकि घुसपैठियों के दोबारा सीमा पा करके आने पर कहीं पनाह नहीं मिल सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में प्रदेश से घुसपैठियों को खदेड़ने के लिए उच्च अधिकारियों के साथ बैठक में अवैध रूप से निवास कर रहे विदेशी नागररिकों की पहचान करने के लिए तकनीक का प्रयोग करने के निर्देश दिए हैं।
इसकी मदद से घुसपैठियों के फर्जी पहचान पत्र के साथ किसी भी प्रकार के फर्जी सरकारी दस्तावेजों को स्कैन कर पिछला रिकार्ड खंगाला जाएगा। इससे यह पता चल सकेगा कि वह प्रदेश में कब से अपनी पहचान छिपाकर रह रहे हैं। उन्होंने किस तरह भारतीय नागरिकता के फर्जी दस्तावेज तैयार किए। इसके बाद फर्जी दस्तावेजों को तैयार करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। वहीं घुसपैठियों की बायोमैट्रिक प्राेफाइल में उनका फिंगर प्रिंट, फेशियल रिकग्निशन आदि होगा।