
जनरथ बस। सांकेतिक तस्वीर।
– फोटो : सोशल मीडिया
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यूपी में रोडवेज बसों की दशा सुधरने का नाम नहीं ले रही है। बदहाली का आलम यह है कि साधारण बसों के साथ-साथ लग्जरी बसों की छतें टपक रही हैं। वीडियो वायरल हो रहे हैं और अफसर किरकिरी करवा रहे हैं।
ताजा मामला चारबाग डिपो की कैसरबाग से देहरादून जा रही एसी जनरथ बस का है। जिसकी छत बारिश में टपकने लगी और बारिश के पानी से बचने के लिए महिला यात्री ने छाता खोल दिया। एसी जनरथ बस संख्या यूपी 32 एमएन 9336 टू बाई टू सीटिंग क्षमता की है। बीती रात कैसरबाग से देहरादून जा रही बस में हरिद्वार पहुंचने पर भारी बारिश शुरू हो गई। इस दौरान ज्यादातर पैसेंजर सो रहे थे। छत टपकने से बारिश का पानी बस के केबिन से लेकर यात्रियों के सीटों पर आने लगा। पानी गिरने से पैसेंजर जाग गए। उधर सीटें भी भीगने लगी।
देखते ही देखते पूरी बस के अंदर फर्श पर पानी भर गया। इस बीच एक महिला यात्री ने अपना छाता निकालकर तान दिया, ताकि बारिश के पानी से बचाव किया जा सके। वहीं दूसरे यात्री कंबल व पगड़ी के सहारे खुद को पानी से बचाते नजर आए। इस अव्यवस्था से पैसेंजरों में नाराजगी व्याप्त हो गई। उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया, लेकिन नाराज यात्रियों को बस कंडक्टर ने जैसे-तैसे समझा बुझाकर शांत कराया। छत टपकने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो रोडवेज मुख्यालय के अफसरों की किरकिरी हुई। लेकिन अव्यवस्था सुधारने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया।
सिलकॉन की मात्रा कम होने से टपक रहा पानी
चारबाग डिपो की एसी जनरथ बस की बदहाली के पीछे मेंटीनेंस में लापरवाही है। बस नंबर यूपी 32 एमएन 9336 से लेकर 9350 तक की बसों की छत से पानी टपकने की शिकायतें परिचालकों द्वारा की जा चुकी हैं। इसके बावजूद अव्यवस्था को सुधारने की कोशिश नहीं की जा रही है। बस के छत पर सिलिकॉन की मात्रा कम लगने की वजह से बारिश के पानी में वह उखड़ने लगा और छत से पानी नीचे आने लगा।
कराई जाएगी मरम्मत
पिछले महीने बसों की छत की मरम्मत कराई गई थी। चारबाग डिपो की जनरथ बस के छत से पानी टपकने की जानकारी नहीं है। बस वापस लौटने पर मरम्मत कराकर रूट पर भेजी जाएगी। -विनोद कुमार, सेवा प्रबंधक, रोडवेज