Death of a 10 year old boy due to wrong treatment by fake doctor

बच्चे का फाइल फोटो
– फोटो : अमर उजाला

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मैनपुरी में स्वास्थ्य विभाग झोलाछाप के विरुद्ध पिछले डेढ़ महीने से कार्रवाई कर रहा है। इसके बाद भी गली मोहल्लों में झोलाछाप खुलेआम क्लीनिक का संचालन कर रहे हैं। बेवर थाना क्षेत्र के गांव तिलियानी में झोलाछाप के गलत उपचार से 10 साल के बालक की मौत हो गई। परिजन ने झोलाछाप पर गलत उपचार का आरोप लगाया है।

सीएमओ डॉ. आरसी गुप्ता के निर्देश पर जिले भर में झोलाछापों के विरुद्ध अभियान चलाया जा रहा है। अभियान में कहीं न कहीं झोल है इसका नतीजा यह है कि झोलाछाप खुलेआम क्लीनिक संचालित कर रहे हैं। गांव तिलियानी निवासी उपेंद्र कुमार के 10 साल के पुत्र प्रिंस को पिछले कुछ दिनों से बुखार आ रहा था। निजी जांच में वह डेंगू पॉजिटिव निकला था। उपेंद्र का आरोप है कि उसका पुत्र डेंगू से पीड़ित था और गांव का ही झोलाछाप सर्वेश उसे वायरल बुखार का इलाज देता रहा। इससे उसके बच्चे की मौत हो गई। प्रिंस कक्षा चार का छात्र था। बेबस परिजन यही कर रहे थे कि डॉक्टर के गलत उपचार से उनके बच्चे की मौत हुई है।

जनसेवासेवा केंद्र पर चारपाई पर भर्ती कर देता है उपचार

गांव तिलियानी में जिस झोलाछाप के उपचार से प्रिंस की मौत हुई है वह जनसेवा केंद्र की आड़ में क्लीनिक का संचालन कर रहा था। इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ है। वीडियो में डॉक्टर चारपाई पर लिटाकर सेवा केंद्र के अंदर मरीजों को उपचार देता हुआ नजर आ रहा है।

कराई जा रही जांच 

सीएमओ डॉ. आरसी गुप्ता ने बताया कि मामले की कोई शिकायत नहीं मिली है। मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है। टीम भेजकर जांच कराई जाएगी।

 



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