प्रदेश में भरपूर उत्पादन और पड़ोसी राज्यों से घटी मांग ने नए आलू का भाव गिरा गया है। बाजार में थोक में करीब एक हजार रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है। इससे किसानों की लागत निकलनी मुश्किल हो गई है। यही नहीं कोल्ड स्टोर में अभी पुराना आलू भी है। इससे फिलहाल दाम बढ़ने के आसार कम हैं। हालांकि, उद्यान विभाग ने सभी जिला उद्यान अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सोमवार को कोल्ड स्टोर का निरीक्षण कर आलू की उपलब्धता की स्थिति बताएं।
प्रदेश में वर्ष 2024-25 में करीब 245 लाख मीट्रिक टन आलू पैदा हुआ था। इसमें से 2207 शीतगृहों में करीब 150 लाख मीट्रिक टन आलू का भंडारण हुआ। इस वर्ष यूपी के साथ ही पंजाब, पश्चिम बंगाल, बिहार, मध्य प्रदेश में भी आलू की बंपर पैदावार हुई है। इससे यूपी से पश्चिम बंगाल, आसाम और नेपाल भेजा जाने वाला आलू इस बार बहुत कम जा पाया है।
ऐसे ही आगरा से इस वर्ष पाकिस्तान भी आलू निर्यात नहीं हुआ। शीतगृहों में भी बड़ी मात्रा में आलू अभी बचा है। आमतौर पर उद्यान विभाग 31 अक्तूबर तक स्टोर खाली करने का निर्देश देता है, लेकिन इस वर्ष 30 नवंबर तक का समय दिया गया। फिर भी आगरा, फिरोजाबाद, फर्रुखाबाद, कन्नौज आदि जिलों में करीब 10 फीसदी भंडारित आलू बचा है। इस बीच नया आलू भी बाजार में आ गया है। पुराने आलू के बचे रहने और नए आलू के बाजार में आ जाने से भाव गिर गया है। रविवार को फर्रुखाबाद में सफेद आलू का थोक भाव 900 रुपये प्रति क्विंटल रहा। हाथरस में 840, छिबरामऊ में 940, कन्नौज में 950 रुपये प्रति क्विंटल रहा।
