
जमीन पर लेटी महिला मरीज
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मैनपुरी में बुखार का कहर बढ़ने के साथ ही जिला अस्पताल की व्यवस्थाएं बिगड़ने लगी हैं। बृहस्पतिवार को अस्पताल के इमरजेंसी में बेड फुल हो गए तो मरीजों को जमीन पर लिटाए जाने लगा। बेड न मिलने के कारण मरीजों को समय से उपचार भी नहीं मिल पा रहा। परेशान मरीज और तीमारदार पेड़ों की छाया ढूढ़ते दिखाई दिए।
बृहस्पतिवार को सुबह से ही जिला अस्पताल की इमरजेंसी में मरीजों की भीड़ रही। 20 बेड वाली इमरजेंसी में अचानक 40 मरीज पहुंचे तो व्यवस्थाएं बिगड़ गईं। जब तक मरीजों को इंडाेर वार्ड में भेजा जाता मरीजों की संख्या और बढ़ गई। ऐसे में कुछ मरीजों को जमीन पर लिटाया गया।
बिछवां थाना क्षेत्र के सुन्नामई गांव निवासी जयपाल सिंह की पुत्री दुर्गा के पेट में दर्द की शिकायत पर भाई राहुल उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचा। यहां उसे प्राथमिक उपचार दिया गया। प्राथमिक उपचार के बाद दुर्गा को डॉक्टरों ने भर्ती तो कर लिया लेकिन उसे बेड नहीं मिल सका। परेशान परिजन दुर्गा को काफी देर तक इमरजेंसी के बाहर जमीन पर लिटाए रखे।
मानिकपुर निवासी जसकरन सिंह के 28 वर्षीय पुत्र रवि उर्फ करू बृहस्पतिवार की सुबह गांव के बाहर बाग में लकड़ी तोड़ने गया था। यहां उसे सांप ने काट लिया। हालत बिगड़ने पर परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने उसे प्राथमिक उपचार के साथ भर्ती कर लिया लेकिन उसे भी काफी देर तक बेड नहीं मिला।
इमरजेंसी में तीन बेड और चार टेबल बढ़वाए गए हैं। मरीजों को शिप्ट करने में समय लगा इसके चलते बेड उपलब्ध कराने में देरी हुई। अस्पताल में पर्याप्त बेड की व्यवस्था की गई है। -डॉ. मदनलाल, सीएमएस