उत्तर प्रदेश के 8 शहरों में कामकाजी महिलाओं के लिए जल्द ही हॉस्टल की सुविधा मिलने लगेगी। इनमें से तीन जिलों में हॉस्टल के निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। जबकि, पांच जिलों में शीघ्र ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। इनमें से प्रत्येक हॉस्टल में 500 महिलाओं के रहने-खाने का इंतजाम होगा। यहां उन्हें कौशल विकास की सुविधाएं भी मिलेंगी।
प्रदेश में महिला कामगारों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसको देखते हुए तीन जिलों लखनऊ, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर में 8 महिला हॉस्टल स्वीकार किए गए हैं। निदेशक, महिला कल्याण संदीप कौर का कहना है कि इनमें से 6 हॉस्टल का निर्माण तेजी से कराया जा रहा है। इनमें कामकाजी महिलाओं को सस्ती दरों पर सुरक्षित और सुविधापूर्ण आश्रय मिलेगा। इनका निर्माण केंद्र सरकार की मदद से कराया जा रहा है।
इसके अलावा मुख्यमंत्री श्रमजीवी महिला छात्रावास के तहत 7 हॉस्टल बनाए जाएंगे। पांच जिलों गोरखपुर, झांसी, आगरा, कानपुर नगर और मेरठ में हॉस्टल का निर्माण कार्य प्रारंभ किए जाने के लिए जरूरी प्रक्रिया पूरी की जा रही है। निर्माण कार्य पूरा होने पर इन्हें पीपीपी मोड में संचालित किया जाएगा। शासन उन नियमों को अलग से जारी करेगा, जिनके तहत यहां रहने वालों के लिए आवश्यक अर्हता तय होगी।
