
छाया कोहरा
– फोटो : Amar Ujala
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बादल-बारिश और हवा बढ़ती सर्दी का अहसास करा रही है। बुधवार को देर रात शुरु हुई कभी तेज तो कभी धीमी बरसात का सिलसिला बृहस्पतिवार को दोपहर 12 बजे तक जारी रहा। इस बीच हवा चलती रही, कोहरा भी छाया रहा। ये सभी परिस्थितियां ठंड के अनुकूल रहीं, इसके कारण तापमान में 6 डिग्री के करीब गिरावट आई। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, शुक्रवार से ही ठंड और बढ़ेगी।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र में पांच मिमी के करीब बरसात रिकार्ड हुई। हवा की गति बहुत तेज नहीं थी, लेकिन सामान्य से थोड़ी तेज जरूर रही। कोहरा भी छाया रहा और सुबह से शाम तक बादलों ने डेरा डाले रखा। दिन में 11 बजे के आसपास धूप की झलक दिखी जरूर पर चंद सेकेंड के लिए ही। आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र में दिन का तापमान 22.1 डिग्री रहा, जो एक दिन पहले के 27.8 के मुकाबले 5.7 डिग्री कम रहा।
रात के पारे में एक डिग्री की बढ़ोतरी रही, ये 15 डिग्री की अपेक्षा 16.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, दो दिसंबर तक मौसम ऐसा ही रहने के आसार हैं। इसके बाद पारा और गिरना शुरू होगा। बृहस्पतिवार को सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा। इससे पहले बीते सोमवार को पारा 23.6 डिग्री रिकॉर्ड हुआ था।
धुंध और बदली से आलू-गेहूं पर मंडराया खतरा
आलू की फसल को नमी के कारण नुकसान होगा। यदि यह स्थिति एक सप्ताह से ज्यादा बनी रही तो इसका असर आलू की फसल पर बड़ा दुष्प्रभाव पड़ेगा। कृषि विशेषज्ञ डॉ. सत्येंद्र कुमार सिंह के मुताबिक, यदि नमी बढ़ती है तो आलू में अगेती झुलसा तेजी से फैलता है। यह पानी फूलगोभी की फसल को नुकसान पहुंचाएगा, उसमें कीड़ा लगने लगेगा। इसके अलावा हरी मटर की फसल के लिए भी मौसम का ये बदलाव घातक है। बख्शी का तालाब के किसान महिपाल, रामधार, जयकरण सिंह का कहना है कि अभी हमारे गेहूं को बोए 15 और 20 दिन ही हुए हैं। यदि धुंध और बदली छाई रही तो यह पीला पड़ना शुरू हो जाएगा।
अवध के कई जिलों में बारिश और बूंदाबांदी ने बढ़ाई सर्दी
नवंबर का महीना जाते-जाते लोगों को ठिठुरन का अहसास करा गया। अवध के कई जिलों में बृहस्पतिवार भोर से बारिश और बूंदाबांदी ने मौसम सर्द कर दिया। कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश से खुले में रखी धान की बोरियां भीग गईं वहीं कुछ फसलों को फायदा भी इस बारिश से होगा। गोंडा में बृहस्पतिवार सुबह से ही हल्की बूंदाबांदी व बदली से बढ़ी ठंड ने लोगों को कंपकंपा दिया।
बाराबंकी में पूरा दिन शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में बूंदाबांदी का सिलसिला जारी रहा। बदले मौसम से यहां के किसानों को आलू की फसल की चिंता सताने लगी है। सीतापुर में भी दोपहर तक सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए और अमेठी में बृहस्पतिवार की भोर से रुक-रुक कर होती रही। बहराइच और रायबरेली में भी बारिश और बूंदाबांदी से मौसम खासा सर्द हो गया।