लखनऊ में आयकर विभाग द्वारा बहराइच में रियल एस्टेट कारोबारी अब्दुल रहमान खान उर्फ मोईन खान के ठिकानों पर मारे गए छापों में बड़ा खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया है कि पांच साल पहले तक अब्दुल रहमान केवल 6 करोड़ रुपये का टर्नओवर दर्शा रहा था, जबकि वित्तीय वर्ष 2024-25 में यह बढ़कर 100 करोड़ रुपये से अधिक हो गया। इसके बावजूद वह नाममात्र का टैक्स जमा कर रहा था।
तीन अन्य ठिकानों पर भी छापा मारा
बता दें कि आयकर विभाग की इंवेस्टिगेशन विंग ने बुधवार को बहराइच, आगरा, मथुरा और बरेली के 12 ठिकानों पर छापा मारा था। इसमें बहराइच स्थित मोईन खान के ठिकानों के अलावा उसकी फर्म नगीन मोल्डिंग को सामान की आपूर्ति करने वाली दूसरे शहरों की फर्में भी शामिल थीं। बृहस्पतिवार को आयकर विभाग की टीमों ने उसके तीन अन्य ठिकानों पर भी छापा मारा।
जांच में सामने आया है कि मोईन खान ने कारोबार के लिए अपने करीबियों से करीब 35 करोड़ रुपये का असुरक्षित ऋण भी लिया है। अधिकारियों को शक है कि यह रकम मोईन खान की ही है, जिसे अन्य लोगों के जरिए बैंकों में जमा कराकर असुरक्षित ऋण के रूप में वापस मंगाया गया।
कई एकड़ भूमि पर प्लॉटिंग की योजना का पता भी चला
जांच में उसकी बहराइच में कई एकड़ भूमि पर प्लॉटिंग की योजना का पता भी चला है। वह दो रियल एस्टेट कंपनियों नगीन हाइट्स और किंग क्रॉस का संचालन करता है, जिसमें अधिकतर कारोबार किंग क्रॉस में होने के प्रमाण मिले हैं। आयकर विभाग उसके आलीशान मकान की कीमत का पता लगाने के लिए उसका मूल्यांकन भी करा रहा है। फिलहाल मोईन खान जांच में सहयोग नहीं कर रहा है।
अन्य फर्में भी मिली दागी
अधिकारियों के मुताबिक, मोईन खान की नगीन मोल्डिंग फर्म को प्लास्टिक के सामान की आपूर्ति करने वाली आगरा, मथुरा और बरेली की फर्मों की छानबीन में भी करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी का पता चला है। ये फर्में करोड़ों रुपये का कारोबार करती हैं, जबकि विभाग को मामूली आयकर देती हैं। इसी वजह से इन फर्मों की भी गहनता से जांच की जा रही है।
