प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने कहा कि एसआईआर के लिए एक सप्ताह का समय और मिल गया है, इसलिए अधीनस्थ अधिकारियों और कर्मचारियों, खासकर बीएलओ को अनावश्यक मानसिक दबाव में आने की आवश्यकता नहीं है। साथ ही कहा कि ड्राफ्ट मतदाता सूची के प्रकाशन से पूर्व हर पोलिंग बूथ पर बीएलओ और राजनीतिक दलों की ओर से तैनात बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) की बैठक होगी। इसमें बीएलओ ऐसे मतदाताओं की सूची बीएलए को उपलब्ध कराएंगे, जिनका नाम ड्राफ्ट मतदाता सूची में किन्हीं कारणों की वजह से नहीं आ रहा है।
उन्होंने कहा कि पर्याप्त समय है, जिसमें आसानी से सारा काम पूरा हो सकता है। ऐसे बीएलओ जो किसी भी वजह से कार्य में पिछड़ गए हैं और जिनको सहयोग की आवश्यकता है, इसकी व्यवस्था भी की जा रही है। इस बारे में सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग ने अर्हता तिथि 1 जनवरी, 2026 के आधार पर प्रदेश में चल रहे विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआईआर) की घोषित तिथियों को एक सप्ताह बढ़ाते हुए संशोधित कार्यक्रम जारी कर दिया है।
प्रदेश में अब तक 10.75 करोड़ से अधिक यानी 70 प्रतिशत गणना प्रपत्रों का डिजिटाइजेशन हो चुका है। साथ ही अब तक 9177 मतदेय स्थलों पर बीएलओ ने गणना प्रपत्रों के डिजिटाइजेशन का काम पूरा कर लिया है।