रामराज।Muzaffarnagar जैसे-जैसे सर्दियां गहराती जा रही हैं, वैसे-वैसे कोहरा और कम दृश्यता सड़कों पर बड़ी चुनौती बनती जा रही है। इसी गंभीर स्थिति को ध्यान में रखते हुए थाना रामराज पुलिस व टिकौला मिल प्रबंधन ने road safety fog अभियान के तहत वाहनों पर रिफ्लेक्टर टेप और रेडियम पेंट लगाकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
यह संयुक्त प्रयास सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के उद्देश्य से शुरू की गई एक बड़ी मुहिम का हिस्सा है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा और पुलिस अधीक्षक यातायात अतुल कुमार चौबे के निर्देशन में जिले भर में विशेष सड़क सुरक्षा अभियान चलाया जा रहा है, ताकि कोहरे के मौसम में होने वाली दुर्घटनाओं को न्यूनतम किया जा सके।
रात के धुंध में सबसे ज्यादा खतरा—दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली और ट्रकों पर लगाया गया रिफ्लेक्टर टेप
कम दृश्यता के दौरान अधिकांश हादसे उन वाहनों से होते हैं जो दूर से नजर नहीं आते।
इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए प्रभारी निरीक्षक रवेन्द्र सिंह यादव के नेतृत्व में रामराज पुलिस और मिल प्रबंधन ने मिल पर आने-जाने वाले—
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ट्रैक्टर-ट्रॉली
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ट्रक
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भारी गन्ना लोडर
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मालवाहक वाहन
—पर रिफ्लेक्टर टेप और रेडियम पेंट लगाए।
इससे वाहनों की चमक और दृश्यता बढ़ेगी, जिससे—
✔ कोहरे में आने वाले वाहनों को दूर से चेतावनी मिलेगी
✔ ओवरटेकिंग और साइड क्रॉसिंग दुर्घटनाएं कम होंगी
✔ रात के परिवहन में सुरक्षित दूरी का पालन आसान होगा
यह एक ऐसा कदम है जो न केवल सड़क सुरक्षा बढ़ाएगा बल्कि किसानों और परिवहनकर्ताओं की जानमाल की सुरक्षा भी सुनिश्चित करेगा।
ओवरलोडिंग पर कड़ा नियंत्रण—हाइट गेज बनाकर बड़े आकार वाले वाहनों को मिलेगा स्वतः रोक
ओवरलोडिंग सड़कों पर सबसे बड़े खतरे में से एक है, खासकर तब जब कोहरा घना हो और सड़कें फिसलन भरी हों।
इसी को ध्यान में रखते हुए रामराज पुलिस और मिल प्रबंधन ने रेलवे मानकों के अनुरूप एक आधुनिक “हाइट गेज” तैयार किया है।
यह हाइट गेज उन वाहनों को स्वतः रोक देगा जो—
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तय ऊँचाई से अधिक हों
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निर्धारित चौड़ाई से बड़े हों
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ओवरलोडिंग का स्पष्ट संकेत देते हों
यह तकनीक सड़कों के सुरक्षित संचालन और मिल परिसर के अंदर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए बेहद प्रभावी साबित होगी।
वाहन चालकों को जागरूक किया गया—कोहरे में इन नियमों का पालन अनिवार्य बताया
मिल पर गन्ना लेकर आने वाले वाहन चालक अक्सर रात में कम दृश्यता और धुंध के बीच लंबी दूरी तय करते हैं।
पुलिस टीम ने इन चालकों को जागरूक करते हुए बताया कि—
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हाई बीम का अनावश्यक उपयोग न करें
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फॉग लाइट और इंडिकेटर का सही उपयोग करें
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वाहन की हेडलाइट, ब्रेक और टेललाइट की समय-समय पर जांच करें
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ब्रेक ऑयल, लाइट सिस्टम और टायर की स्थिति ठीक रखें
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कोहरे में अधिक गति पर न चलें
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निर्धारित क्षमता से अधिक लोड न करें
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सड़कों पर अचानक मोड़ लेने से बचें
इन सभी नियमों का पालन कोहरे के दौरान दुर्घटनाओं को रोकने में अत्यंत महत्वपूर्ण है।
SSP के निर्देश पर पूरे जनपद में सड़क सुरक्षा पर विशेष फोकस—सर्दियों में बढ़ जाते हैं जोखिम
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा पहले ही यह साफ कर चुके हैं कि जनपद में सड़क सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं चलेगी।
विशेषकर दिसंबर से जनवरी के बीच—
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घना कोहरा
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रात में कम दृश्यता
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भारी ट्रैफिक मूवमेंट
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गन्ना परिवहन की अधिक रफ्तार
इन्हीं कारणों से दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ जाती है।
इसी वजह से road safety fog अभियान इस समय सबसे ज्यादा प्राथमिकता पर है।
टिकौला मिल प्रबंधन का सहयोग—सड़क सुरक्षा को लेकर उठाया सराहनीय कदम
मिल प्रबंधन की ओर से—
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हिमांशु कुमार मंगलम
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अनुपम सिंह
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दीपक कुमार
सक्रिय रूप से इस कार्यक्रम में शामिल रहे।
उन्होंने कहा कि मिल परिसर से हजारों वाहन रोज़ निकलते हैं, इसलिए उनकी सुरक्षा प्राथमिक जिम्मेदारी है।
मिल प्रबंधन और पुलिस के संयुक्त सहयोग से लगाया गया रिफ्लेक्टर और हाइट गेज आगे चलकर पूरे क्षेत्र के लिए एक मॉडल के रूप में देखा जा सकता है।
पुलिस और मिल प्रशासन की संयुक्त मौजूदगी—कम दृष्यता में सुरक्षित यातायात की दिशा में बड़ा कदम
यह जागरूकता कार्यक्रम न केवल मिल परिसर तक सीमित रहा, बल्कि आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से आए सैकड़ों वाहन चालकों को भी यातायात नियमों का पालन कराने के लिए प्रेरित किया गया।
इस दौरान पुलिस टीम ने उदाहरणों के माध्यम से बताया कि कैसे एक छोटी-सी लापरवाही भारी दुर्घटना में बदल सकती है।
सड़कों पर—
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अच्छी दृश्यता
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नियमों के पालन
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सुरक्षित वाहन संचालन
कोहरे के मौसम में इन सभी की भूमिका और भी अहम हो जाती है।
रामराज में चलाए जा रहे road safety fog अभियान ने सड़क सुरक्षा को एक नई दिशा दी है। पुलिस और टिकौला मिल प्रबंधन की संयुक्त पहल ने रात के समय और घने कोहरे में यात्रियों तथा गन्ना परिवहनकर्ताओं की सुरक्षा को वास्तविक मजबूती प्रदान की है। रिफ्लेक्टर टेप, हाइट गेज और जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से दुर्घटनाओं की संभावना को काफी हद तक कम करने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे आने वाले दिनों में सड़क सुरक्षा को लेकर बड़ा सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा।
