प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में होने वाले राम मंदिर के ध्वजारोहण समारोह की तैयारियों को परखने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को रामजन्मभूमि परिसर पहुंचे। यहां उनकी मौजूदगी में ध्वजारोहण का ट्रायल सफलतापूर्वक हुआ। ट्रायल के दौरान ध्वज स्तंभ की तकनीकी क्षमता, रस्सी संचालन, सुरक्षा घेरा और भीड़ प्रबंधन की सूक्ष्मता से जांच की गई।
मुख्यमंत्री ने राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों व अधिकारियों के साथ करीब दो घंटे तक कार्यक्रम स्थलोंं का विस्तृत निरीक्षण कर तैयारियों को अंतिम रूप दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ध्वजारोहण समारोह रामराज के आदर्शों, मर्यादा, सद्भाव और लोक कल्याण का साक्षात संदेश देगा। इसलिए किसी भी स्तर पर कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री 22 व 24 नवंबर को एक बार फिर अयोध्या आएंगे। इस दौरान वह सुरक्षा व्यवस्था, अतिथि प्रबंधन, यातायात योजना और मंच व्यवस्था की अंतिम समीक्षा करेंगे। ध्वजारोहण से जुड़े सभी विभागों को उनकी अगली समीक्षा तक शत-प्रतिशत तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने उन्हें ध्वजारोहण समारोह की तैयारी से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री किस रूट से राम जन्मभूमि परिसर में प्रवेश करेंगे, उसका भी निरीक्षण किया। पीएम मोदी सहित अन्य अतिथि आदि शंकराचार्य द्वार यानी गेट नंबर 11 से राम मंदिर में प्रवेश करेंगे। यह द्वार बनकर तैयार हो गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ भी मंगलवार को इसी द्वार से राम मंदिर पहुंचे। बैठक में राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, डॉ. अनिल मिश्र, गोपाल राव, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, डीजीपी राजीव कृष्ण, एडीजी जोन सुजीत पांडेय, कमिश्नर राजेश कुमार, डीएम निखिल टीकाराम फूंडे व एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर सहित अन्य मौजूद रहे।
एडीजी जोन ने भी की समीक्षा बैठक
समारोह की तैयारियों को लेकर सुरक्षा एजेंसियां भी पूरी सक्रियता से जुटी हैं। मुख्यमंत्री के भ्रमण के तुरंत बाद एडीजी जोन सुजीत पांडेय ने सरयू अतिथि गृह में अधिकारियों के साथ अलग से समीक्षा बैठक की। इसमें सुरक्षा घेरा, वीआईपी मूवमेंट, यातायात डायवर्जन, भीड़ नियंत्रण और इमरजेंसी रेस्पॉन्स सिस्टम की विस्तार से समीक्षा की गई। एडीजी ने निर्देश दिए कि ध्वजारोहण के दिन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए फोर्स को अलर्ट मोड में रखा जाए और सभी संवेदनशील बिंदुओं पर अतिरिक्त तैनाती सुनिश्चित हो। बैठक में एडीजी पीएसी आरके स्वर्णकार, एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर व एसपी सुरक्षा बलरामाचारी दुबे मौजूद रहे।
