मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar News): उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस के दूसरे दिन मुजफ्फरनगर में राष्ट्रीय मतदाता दिवस का मुख्य कार्यक्रम भव्य तरीके से मनाया गया। यह दिन न केवल मतदाताओं के अधिकार और कर्तव्यों को समझाने के लिए महत्वपूर्ण था, बल्कि इस मौके पर मतदाता जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। इस कार्यक्रम ने नगरवासियों के बीच चुनाव प्रक्रिया को लेकर जागरूकता फैलाने का अहम कार्य किया।

राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुरुआत

राष्ट्रीय मतदाता दिवस का यह आयोजन नुमाइश मैदान में बड़े धूमधाम से किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत माननीय जिला पंचायत अध्यक्ष वीरपाल निर्वाल, विधायक बुढ़ाना राजपाल सिंह बालियान और जिलाधिकारी श्री उमेश मिश्रा ने दीप प्रज्वलित करके की। दीप जलाते हुए सभी ने देश में लोकतंत्र को मजबूत करने का संकल्प लिया। इसके बाद एलईडी स्क्रीन के माध्यम से मतदाता जागरूकता पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया, जिसे उपस्थित सभी जन प्रतिनिधियों, अधिकारियों, वरिष्ठ नागरिकों और विद्यार्थियों ने ध्यानपूर्वक देखा।

मतदाता जागरूकता का सशक्त संदेश

राष्ट्रीय मतदाता दिवस के इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य मतदाताओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना था। मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री राजीव कुमार ने विशेष संदेश प्रसारित किया, जिसमें उन्होंने देश के नागरिकों से अपील की कि वे आगामी चुनावों में अपने मताधिकार का प्रयोग करें और चुनाव प्रक्रिया में भागीदारी निभाएं। इस मौके पर सभी उपस्थित लोगों ने मतदाता जागरूकता शपथ ली और यह संकल्प लिया कि वे निष्पक्ष रूप से अपना वोट डालेंगे, चाहे वह किसी भी धर्म, जाति, भाषा, या वर्ग के हों।

सामाजिक प्रभाव: पुरस्कार वितरण और सम्मान समारोह

इस मौके पर कार्यक्रम के दौरान माननीय जिला पंचायत अध्यक्ष वीरपाल निर्वाल, विधायक राजपाल सिंह बालियान और जिलाधिकारी श्री उमेश मिश्रा ने विशेष योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया। इन लोगों में बूथ लेवल ऑफिसरों और स्वीप कार्यक्रमों के उत्कृष्ट कार्य करने वालों को प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा, उन युवाओं और युवतियों को भी सम्मानित किया गया जिन्होंने पहली बार मतदान किया था। यह पुरस्कार वितरण कार्यक्रम युवा मतदाताओं के उत्साह को और बढ़ाने का काम करता है और उन्हें अपने लोकतांत्रिक कर्तव्यों के प्रति जागरूक करता है।

मतदाता शपथ और संकल्प:

कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों ने जिला अधिकारी उमेश मिश्रा के नेतृत्व में मतदाता शपथ ली। शपथ में यह वचन लिया गया कि वे लोकतंत्र में अपनी पूर्ण आस्था रखते हुए स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव प्रक्रिया का सम्मान करेंगे। साथ ही, धर्म, जाति, समुदाय, भाषा या किसी अन्य प्रकार के प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी चुनावों में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

विद्यालयों में मतदाता जागरूकता कार्यक्रम

राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर जिले के विभिन्न विद्यालयों में भी मतदाता जागरूकता रैलियां, स्लोगन लेखन, निबंध प्रतियोगिता और अन्य कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों के माध्यम से अपने घर-परिवार और समाज में मतदान के महत्व को फैलाना था। प्रतियोगिताओं में बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपने विचारों को प्रस्तुत किया। इसके माध्यम से यह संदेश दिया गया कि चुनावों में हर व्यक्ति का मत महत्वपूर्ण होता है, और उसे सही तरीके से प्रयोग किया जाना चाहिए।

कार्यक्रम के आयोजन में भूमिका और संचालन:

कार्यक्रम का संचालन बाल कल्याण समिति के सदस्य डॉ. राजीव कुमार और स्काउट गाइड के भारत भूषण अरोरा ने किया। दोनों ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अहम भूमिका निभाई। उनके प्रयासों से ही यह कार्यक्रम इतने बड़े स्तर पर आयोजित किया जा सका। उन्होंने बच्चों और युवाओं को प्रेरित किया और उन्हें चुनाव प्रक्रिया के महत्व के बारे में समझाया।

महत्वपूर्ण आंकड़े और निष्कर्ष:

इस कार्यक्रम में लगभग 5000 से अधिक लोग उपस्थित हुए, जिसमें प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी, जन प्रतिनिधि, स्कूल के बच्चे और स्थानीय लोग शामिल थे। इस कार्यक्रम ने मतदाताओं में एक नई जागरूकता का संचार किया, जिससे आगामी चुनावों में ज्यादा संख्या में लोग मतदान में भाग लेंगे। इसके अतिरिक्त, यह आयोजन लोगों को यह समझने में मदद करेगा कि चुनाव उनके जीवन और भविष्य को प्रभावित करते हैं और इस प्रक्रिया में हर नागरिक का योगदान महत्वपूर्ण है।

मुजफ्फरनगर में मतदान जागरूकता का बढ़ता प्रभाव

मुजफ्फरनगर जैसे नगरों में चुनावी जागरूकता के ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन न केवल लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को सुदृढ़ करता है, बल्कि युवाओं और महिलाओं को मतदान के प्रति प्रेरित करता है। आगामी चुनावों में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन और बढ़ाया जाएगा। इससे समाज में सकारात्मक बदलाव आएगा और लोग लोकतंत्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझेंगे।

राष्ट्रीय मतदाता दिवस का आयोजन मुजफ्फरनगर में न केवल एक अवसर था, बल्कि यह एक सशक्त संदेश था, जो नागरिकों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करता है। ऐसे आयोजनों की निरंतरता से हम भारत के लोकतंत्र को और भी मजबूत बना सकते हैं और सुनिश्चित कर सकते हैं कि हर नागरिक चुनावों में अपने मत का उपयोग करता है।



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