कोंच। सूफी दरगाह आस्ताना-ए-कलंदरिया में चल रहे मालिकाना हक के विवाद में शुक्रवार को एसडीएम अतुल कुमार ने दोनों पक्षों को बुलाकर उनके पक्ष सुने। सुनवाई के बाद एसडीएम ने कहा कि यह मामला वक्फ बोर्ड के अलावा ट्रिब्यूनल में भी लंबित चल रहा है लिहाजा इसमें आगे की कार्रवाई उनके फैसलों पर निर्भर करेगी।
बता दें कि कस्बे के सागर तालाब पर स्थित सैकड़ों वर्ष पुरानी सूफी दरगाह आस्ताना-ए-कलंदरिया जिसे स्थानीय बोलचाल की भाषा में तकिया कहा जाता है, पर कब्जे को लेकर पिछले कई दिनों से विवाद चल रहा है। एक कमेटी पहले से ही मियां आरिफ अली शाह की सरपरस्ती में काबिज है जबकि कुछ लोग एक दूसरी कमेटी को वक्फ बोर्ड द्वारा नामित कमेटी होने का दावा करते हुए कब्जा दिलाने के लिए प्रशासन के पास पहुंचे हैं।
4 अगस्त को भाकियू भानु गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह वक्फ बोर्ड द्वारा नामित कमेटी की तरफदारी में एसडीएम अतुल कुमार ने मिले थे जिसमें 11 अगस्त को दोनों पक्षों को बुलाकर वार्ता करने की बात कही गयी थी। शुक्रवार सुबह अपने काफिले के साथ भाकियू भानु गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष एक बार फिर कोंच आए। एसडीएम अतुल कुमार ने दोनों पक्षों को बुलाकर उनसे वार्ता की और मामले से जुड़े कागजात देखे। एसडीएम ने कहा कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है और वक्फ बोर्ड से जुड़ा है। नई कमेटी अगर अपने पक्ष में कोई आदेश कराकर लाती है तब उसका कब्जा माना जाएगा। जो कानूनन सही होगा उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
गाड़ियों पर हूटर को लेकर नाराजगी जताई
कोंच। तकिया विवाद के सिलसिले में शुक्रवार को एसडीएम से मिलने आए भाकियू भानु गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष अपने दर्जनों कार्यकर्ताओं के साथ गाड़ियों का काफिला लेकर हूटर बजाते हुए तहसील मुख्यालय पहुंचे। उनके कार्यकर्ता भी अपनी अपनी गाड़ियों पर लगाए गए हूटर बजाते पहुंचे। हूटर की आवाज सुनकर एसडीएम ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा वीआईपी कल्चर प्रधानमंत्री जी ने खत्म कर दिया है, अगर नियमों के खिलाफ कार्य किया गया तो कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। (संवाद)