Muzaffarnagar में World AIDS Day के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित विशाल जागरूकता कार्यक्रम ने पूरे जिले में नई चेतना जगाई। उ0प्र0 राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी के निर्देशों के तहत एसडी कॉलेज, भोपा रोड में एनसीसी और एनएसएस विंग के युवा छात्रों ने एक सजीव और प्रभावशाली परेड आयोजित की।
इस कार्यक्रम का संयुक्त शुभारम्भ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील तेवतिया और कॉलेज के प्राचार्य श्री सुधीर ने किया। मंच पर उपस्थित अनेक चिकित्सकों, अधिकारियों और शिक्षकों ने युवाओं को इस वर्ष की थीम “बाधाएं होंगी दरकिनार—एचआईवी और एड्स पर होगा सशक्त प्रहार” के महत्व से अवगत कराया।
कार्यक्रम का उद्देश्य था—समाज में फैली HIV/AIDS संबंधी भ्रांतियों को दूर करना, युवाओं को सुरक्षित व्यवहार के महत्व को समझाना, और जिला स्तर पर उपलब्ध निःशुल्क परीक्षण सुविधाओं की जानकारी देना।
समूचे परिसर में युवाओं का उत्साह और जागरूकता देखने योग्य थी, जिसने इस World AIDS Day अभियान को विशेष सफलता प्रदान की।
HIV जागरूकता पर विशेषज्ञों की बड़ी पहल—डॉक्टरों ने युवाओं को दी गहरी और वैज्ञानिक जानकारी
कार्यक्रम के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील तेवतिया ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि HIV/AIDS से लड़ने के लिए जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है। उन्होंने कहा—
“हमें खुद को जागरूक रखना चाहिए और समाज में फैली भ्रांतियों को खत्म करना चाहिए। एड्स से संबंधित कुरीतियाँ हमारे सामाज में आज भी मौजूद हैं, जिन्हें दूर करना हर नागरिक की जिम्मेदारी है।”
उन्होंने सुरक्षित जीवन शैली, संयमित व्यवहार और समय पर जांच को HIV से बचाव के सबसे महत्वपूर्ण तरीके बताया।
वहीं, जिला क्षय रोग अधिकारी (कार्यवाहक) डॉ. विक्रान्त ने वैज्ञानिक पहलुओं पर विशेष रूप से प्रकाश डालते हुए कहा कि–
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किसी व्यक्ति को देखकर यह नहीं कहा जा सकता कि वह HIV पॉजिटिव है या नहीं।
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कई लोग वर्षों तक बिना लक्षण महसूस किए HIV से संक्रमित रह सकते हैं।
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असुरक्षित संभोग इसका सबसे सामान्य प्रसार माध्यम है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि अपनी HIV स्थिति जानने का एकमात्र तरीका—ICTC में निःशुल्क जांच कराना है।
जिले के प्रमुख ICTC केंद्र—
जिला चिकित्सालय, खतौली, जानसठ और बुढ़ाना
ये सभी केंद्र नि:शुल्क परीक्षण, परामर्श और आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।
SD कॉलेज का माहौल छात्रों की ऊर्जा से सराबोर—परेड, जागरूकता रैली और मंचीय प्रस्तुतियों ने बांधा समा
World AIDS Day परेड में एनसीसी और एनएसएस के छात्र-छात्राओं ने HIV जागरूकता से जुड़े संदेशों के साथ आकर्षक मार्च पास्ट किया।
इसके बाद—
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जागरूकता पोस्टर
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संदेश आधारित बैनर
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स्लोगन प्रस्तुति
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और स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सूचनात्मक फ्लैश कार्ड
इन सबने कार्यक्रम को और प्रभावी बना दिया।
अमृत इंटर कॉलेज प्रशासन ने आयोजन में पूर्ण सहयोग दिया।
अंत में, सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
टीआई एनजीओ की तरफ से लगभग 100 युवाओं को बॉल पेन वितरित किए गए, जिससे कार्यक्रम में युवाओं की सहभागिता और बढ़ गई।
नुक्कड़ नाटक बना कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण—एएनएमटीसी कूकड़ा की छात्राओं ने दी प्रभावशाली प्रस्तुति
स्थानीय एएनएमटीसी कूकड़ा में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही छात्राओं ने एचआईवी जागरूकता पर एक दमदार नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया।
इस नाटक का निर्देशन श्रीमती सरिता (PHN) ने किया, जबकि सहयोग में श्रीमती सोनी, श्रीमती मोनिका, श्री मोहित और पूरे ANM प्रशिक्षण बैच की छात्राएँ शामिल रहीं।
नाटक और रैली ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि—
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HIV संक्रमित व्यक्ति सामान्य जीवन जी सकता है
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बीमारी से डरने की नहीं, समझने की जरूरत है
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समय पर जांच और इलाज उपलब्ध है
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सामाजिक भेदभाव गलत और असंवेदनशील है
रैली का समापन जिला चिकित्सालय परिसर में हुआ, जहाँ छात्रों ने जागरूकता के संदेशों को दोहराया।
स्कूल स्तर पर भी World AIDS Day की गूंज—जागरूकता सत्र में छात्राओं को दी गई विस्तृत जानकारी
ब्लॉक स्तर पर ICTC केंद्र खतौली की ओर से भी बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाया गया।
डॉ. एन.के. सिंह (चिकित्साधिकारी) और काउंसलर श्रीमती शैली शर्मा ने जनता कन्या इंटर कॉलेज, खतौली में छात्राओं से विस्तृत बातचीत की।
उन्होंने छात्राओं को बताया—
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HIV कैसे फैलता है और कैसे नहीं फैलता
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सुरक्षित व्यवहार का महत्व
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परीक्षण कराने की आवश्यकता
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समाज में मौजूद गलत धारणाओं का सच
सभी छात्राओं को नि:शुल्क HIV जांच कराने और अपने परिवार व समाज में भी जागरूकता फैलाने की प्रेरणा दी गई।
स्वास्थ्य विभाग, NGO और शिक्षकों का मजबूत सहयोग—जागरूकता अभियान बना जिले का सफल मॉडल
इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी और कर्मचारी सक्रिय रूप से उपस्थित रहे, जिनमें—
डॉ. गीतांजलि वर्मा, एनटीईपी स्टाफ सहबान, विप्रा, अभिषेक, संजीव शर्मा शामिल रहे।
वहीं, टीआई एनजीओ से ज्योत्सना, सुमित, इति, आशीष, चंचल ने आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
एसडी कॉलेज के पदाधिकारीगण, शिक्षक, एनसीसी/एनएसएस विंग के इंचार्ज और स्वयंसेवी युवाओं ने इस अभियान को एक बड़े सामाजिक आंदोलन का रूप दिया, जिसका प्रभाव जिलेभर में दिखाई दिया।
विश्व एड्स दिवस का सामाजिक संदेश—जागरूकता ही सबसे बड़ा बचाव
मुज़फ्फरनगर का यह आयोजन सिर्फ एक परेड या कार्यक्रम नहीं था, बल्कि समाज में जागरूकता की उस लौ को प्रज्वलित करने का प्रयास था जिसकी आज सबसे ज्यादा जरूरत है।
विश्व एड्स दिवस की यह थीम—“बाधाएं होंगी दरकिनार—एचआईवी और एड्स पर होगा सशक्त प्रहार”—युवाओं के भीतर वह आत्मविश्वास जगाती है जो HIV/AIDS से जुड़े भय, भ्रम और भेदभाव को समाप्त करने में बेहद जरूरी है।
मुज़फ्फरनगर में आयोजित यह भव्य World AIDS Day कार्यक्रम जिले के लिए एक प्रेरणादायक मिसाल बन गया है। स्वास्थ्य विभाग, कॉलेजों, एनजीओ और युवाओं की संयुक्त भागीदारी ने यह साबित किया कि जागरूकता ही HIV/AIDS के खिलाफ सबसे मजबूत हथियार है। निःशुल्क परीक्षण केंद्रों और जन-जागरूकता अभियानों के माध्यम से समाज में नई समझ विकसित हो रही है, जिसका सकारात्मक प्रभाव आने वाले वर्षों में निश्चित रूप से दिखाई देगा।
