Muzaffarnagar में पुलिस ने शातिर वाहन चोरों के एक गैंग का पर्दाफाश किया है। यह सफलता पुलिस द्वारा चलाए गए अभियान का नतीजा है, जिसमें दो चोरों को गिरफ्तार किया गया है और उनके कब्जे से चोरी की बोलेरो मेक्स पिकअप व अवैध शस्त्र बरामद किए गए हैं। इस कार्रवाई ने न सिर्फ इलाके में बढ़ती वाहन चोरी की घटनाओं को लेकर पुलिस की मुस्तैदी को दिखाया, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि पुलिस के कड़े प्रयासों से अपराधियों को पकड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।
शातिर चोरों का नेटवर्क
मुजफ्फरनगर जिले में वाहन चोरी की घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी हो रही थी, जो आम जनता के बीच भय का माहौल बना रहा था। चोरी के वाहन बेचे जाने और विभिन्न स्थानों पर उनका उपयोग होने की खबरें पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई थीं। पुलिस उपमहानिरीक्षक और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह के दिशा-निर्देशों में एक विशेष अभियान चलाया गया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य इन चोरों के नेटवर्क को पकड़ना और चोरी किए गए वाहनों की बरामदगी सुनिश्चित करना था।
पुलिस की सतर्कता से गिरफ्तारी
पुलिस टीम ने अपनी रणनीति के तहत आबकारी रोड पर चैकिंग अभियान चलाया। इस दौरान दो शातिर वाहन चोरों को पकड़ा गया। गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों के नाम आकाश और सरताज उर्फ सरफराज बताए गए हैं। ये दोनों अपराधी विभिन्न इलाकों में वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे। पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के बाद जब उनके कब्जे से चोरी की बोलेरो मेक्स पिकअप (नंबर DL 01 LR 9026) और अवैध हथियार बरामद किए, तो यह साफ हो गया कि ये लोग लंबे समय से पुलिस की नजर से बचते हुए अपराध कर रहे थे।
क्या मिला बरामद?
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आकाश और सरताज के पास से कई महत्वपूर्ण सामान बरामद किए। इनमें से एक चोरी की बोलेरो मेक्स पिकअप, एक तमंचा, एक जिन्दा कारतूस (315 बोर), और एक नाजायज चाकू शामिल था। यह सब चीजें पुलिस की सक्रियता और अपराधियों के खिलाफ मजबूत कार्रवाई को साबित करती हैं। पुलिस ने कहा कि इन शातिरों के गिरफ्तार होने से इलाके में वाहन चोरी की घटनाओं में काफी कमी आएगी।
इन चोरों का गिरोह था सक्रिय
इन दोनों अभियुक्तों की गिरफ्तारी से पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि यह लोग एक बड़े वाहन चोर गिरोह के सदस्य हैं। ये लोग इलाके के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय थे और वाहन चुराने के बाद उन्हें बेचने का काम करते थे। इनके द्वारा चोरी किए गए वाहनों को आसपास के क्षेत्रों में रैकेट्स के जरिए बेचा जाता था। पुलिस की जांच से यह भी पता चला कि इन लोगों का नेटवर्क काफी मजबूत था, और वे चोरी की योजना बहुत ही सुनियोजित तरीके से बनाते थे। उनके पास विभिन्न स्थानों पर चोरी की गई अन्य गाड़ियों की भी जानकारी थी।
पुलिस टीम की सफलता
इस सफलता में थाना कोतवाली नगर पुलिस की भूमिका महत्वपूर्ण रही। पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत और क्षेत्राधिकारी नगर राजू कुमार साव की देखरेख में थाना कोतवाली नगर के थानाध्यक्ष अक्षय शर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने ये कार्रवाई की। गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में उ0नि0 मोहित कुमार, है. का. अमित कुमार, रोहित तेवतिया, का. सुभाष, दीपक, राजकुमार, कपिल कुमार, संदीप कुमार, मनेन्द्र सिंह, का. सैनी कुमार, गगन कुमार, रवि कुमार जैसे कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मी शामिल थे।
अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
पुलिस ने दोनों अभियुक्तों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मामले में अब तक दोनों अभियुक्तों से गहन पूछताछ की जा रही है ताकि इनके साथ जुड़े अन्य गिरोह के सदस्यों का भी पर्दाफाश किया जा सके। पुलिस ने यह भी कहा कि ऐसे मामलों में किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा और यदि कोई और चोरी का मामला सामने आता है, तो वे तुरंत आरोपियों को पकड़ेंगे।
बढ़ते अपराधों के खिलाफ मुहिम
मुजफ्फरनगर में इस तरह के अपराधों के बढ़ने के बाद पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियानों ने नागरिकों के बीच विश्वास पैदा किया है। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि उनकी प्राथमिकता अपराध को रोकने और इलाके में शांति बनाए रखने की होगी। इसके अलावा, आम जनता को भी अपने वाहनों की सुरक्षा को लेकर सजग रहने की जरूरत है। पुलिस ने यह भी सुझाव दिया है कि वाहन मालिकों को अपने वाहन के कागजात और चाबी सुरक्षित स्थान पर रखनी चाहिए, और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत पुलिस को सूचित करना चाहिए।
सख्त कानून और प्रभावी कार्रवाई की जरूरत
वाहन चोरी और अन्य अपराधों पर रोक लगाने के लिए कानून को और भी सख्त बनाने की आवश्यकता है। हालांकि पुलिस ने इस मामले में अपनी तत्परता दिखाई है, लेकिन एक लंबे समय तक अपराधियों को पकड़ने के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है। पुलिस प्रशासन को चाहिए कि वह नागरिकों को जागरूक करें और साथ ही नके सुरक्षा के उपायों को बढ़ावा दे।
शातिर अपराधियों की गिरफ्तारी, उनकी योजनाओं का खुलासा और चोरी की वाहनों की बरामदगी यह दर्शाता है कि मुजफ्फरनगर पुलिस अपराधियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने के लिए तैयार है और अब कोई अपराधी बचने नहीं पाएगा।