Shri Ganesh Janmotsav will be celebrated in auspicious coincidence

गणेश चतुर्थी
– फोटो : अमर उजाला

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श्री गुरु ज्योतिष शोध संस्थान के ज्योतिषाचार्य पंडित हृदय रंजन शर्मा ने बताया कि श्री गणेश चतुर्थी एवं श्रीगणेश महोत्सव 19 सितंबर भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी पर स्वाति नक्षत्र वैधृति योग और विष्टि कारण शुभ संयोग में होगा। 

प्रतिमा स्थापना का अभिजीत मुहूर्त सुबह 9:15 से लेकर दोपहर 1:45 तक अत्यंत शुभ फलदायक होगा। गुरु- शिष्य परंपरा के तहत इसी दिन से विद्याध्ययन का शुभारंभ होता है। गणपति स्वयं ही मुहूर्त है। सभी प्रकार के विघ्नहर्ता है इसलिए गणेशोत्सव, गणपति स्थापना कभी भी कर सकते हैं। राशि स्वामी के अनुसार पूजन किया जाए तो विशेष लाभ होगा।



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