संवाद न्यूज एजेंसी
झांसी। कूनो नेशनल पार्क से निकली मादा चीता आशा तीन दिन तक शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में डेरा जमाये रही। अब वह अशोक नगर होते हुए झांसी की ओर बढ़ रही है। अगले दो-तीन में उसके झांसी में दाखिल होने की संभावना है। विभाग के अधिकारियाें के मुताबिक मादा चीता गर्भवती है। जबकि दूसरा चीता पवन अभी शिवपुरी के जंगलों में ही है।
नामीबिया से लाए गए चीतों को अपने अनुकूल वातावरण चुनने के लिए खुला छोड़ा गया है। इसके तहत कूनो नेशनल पार्क से निकली एक मादा चीता आशा शिवपुरी होते हुए झांसी की ओर बढ़ रही है। झांसी में दाखिल होने की संभावना के चलते स्थानीय वन विभाग के अधिकारियों ने मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर डेरा डाल लिया है। साथ ही वन कर्मियों की तैनाती कर दी गई है। अधिकारी चीते की लोकेशन ले रहे हैं। शिवपुरी स्थित माधव नेशनल पार्क में तीन दिन तक रहने के बाद मादा चीता अशोक नगर की ओर रवाना हुई थी। ऐसे में दो-तीन दिन में उसके झांसी में प्रवेश करने की संभावना है।
माधव नेशनल पार्क के असिस्टेंट डायरेक्टर अनिल सोनी ने बताया कि चीते की सीधी निगरानी कूनो नेशनल पार्क से की जा रही है। तीन दिन तक माधव नेशनल पार्क में रहने के बाद मादा चीता अशोक नगर की ओर रवाना हुई है। चीते के झांसी में दाखिल होने की संभावना है।
रिहायशी इलाके में घुसी मादा चीता तो पकड़ना होगा मुश्किल
मादा चीता अगर रिहायशी इलाके में दाखिल हुई तो उसका पकड़ना मुश्किल होगा। गर्भवती होने पर उसको ट्रैंक्यूलाइज (बेहाेश) करने पर गर्भ में पल रहे बच्चे को नुकसान होने की संभावना है। ऐसे में वन विभाग के अफसर परेशान हैं। हालांकि विभागीय अफसर हर स्थिति से निपटने की बात कह रहे हैं।