CM Yogi said: Prepare Ganga Expressway by December 2024, start construction of Chitrakoot-Jhansi link as well

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे
– फोटो : अमर उजाला

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सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाली गंगा एक्सप्रेसवे के लिए आवश्यक भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है। यह एक्सप्रेसवे हर हाल में दिसंबर 2024 तक आम जनता के लिए उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखें, ताकि प्रयागराज कुंभ 2025 में देश-दुनिया के श्रद्धालु गंगा एक्सप्रेसवे पर यात्रा का लाभ उठा सकें।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में निर्माणाधीन और नए एक्सप्रेसवे परियोजनाओं, औद्योगिक कॉरीडोर और डिफेंस कॉरीडोर की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक क्लस्टर के लिए स्थान चिह्नित कर लेने पर भी जोर दिया। साथ ही कहा कि पांच साल में यूपी में राष्ट्रीय राजमार्ग करीब दोगुने हो गए हैं। बॉर्डर एरिया कनेक्टिविटी में सुधार हुआ है।

सीएम ने कहा कि वर्तमान में गंगा एक्सप्रेसवे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस को झांसी और चित्रकूट से जोड़ा जाना आवश्यक है। ये दोनों एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड की तरक्की की तेज करने वाले होंगे। चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे करीब 20 किमी का होगा, जबकि झांसी लिंक एक्सप्रेसवे 125-135 किमी होगा। इन दोनों एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर भूमि क्रय करने की प्रक्रिया यथाशीघ्र प्रारंभ कर दी जाए।

योगी ने कहा कि पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेस के दोनों ओर औद्योगिक क्लस्टर के विकास की प्रक्रिया तेज की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि आईएमएलसी स्थान इंटरचेंज के अधिकतम 3 किमी के भीतर ही हो। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस का निर्माण समय से पूरा करा लिया जाए। सीएम ने कहा कि इस वर्ष वन महोत्सव के अवसर पर सभी एक्सप्रेसवे के दोनों ओर पौधे लगाए जाएं।

निवेश के प्रस्ताव न रहें लंबित

सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में देश-दुनिया की बड़ी रक्षा उत्पाद निर्माता कंपनियां निवेश कर रही हैं। अब तक 21 हजार करोड़ से अधिक का निवेश हो चुका है। लखनऊ नोड में ब्रह्मोस एयरोस्पेस, एरोलॉय टेक्नोलॉजी, झांसी नोड में भारत डायनेमिक्स लिमिटेड, कानपुर नोड में अदाणी डिफेंस सिस्टम, अलीगढ़ में एमिटेक इलेक्ट्रॉनिक्स और एंकर रिसर्च लिमिटेड जैसी बड़ी कंपनियां अपनी इकाई लगा रही हैं। नए प्रस्तावों के संबंध में तत्काल निर्णय लें। कोई भी प्रस्ताव लंबित न रखें।



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