मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हरियाणा के झज्जर में कहा कि जब भारत का स्वर्णयुग आया था, विदेशी हमले होने लगे थे। हमें फिर से सतर्क रहना होगा। आज भी धर्मांतरण व नशे के माध्यम से हमला होगा, जिसके पीछे विदेशियों का हाथ होगा। कोई भी सनातन विरोधी कार्य स्वीकार नहीं होना चाहिए। सनातन धर्म की रक्षा आवश्यक है। यह तभी सुरक्षित रहेगा, जब हम एक रहेंगे। जाति, तुष्टिकरण, क्षेत्र, भाषा के नाम पर बंटना नहीं है। अयोध्या रामजन्मभूमि पर जैसे धर्मध्वजा फहरा रही है, वैसे ही एकजुट होकर सनातन धर्म की ध्वजा पताका हर सनातनी के घर पर लहराती दिखनी चाहिए।
योगी झज्जर के कबलाना गांव में बाबा पालनाथ आश्रम में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह व आठ मान के भव्य भंडारे में शामिल होने के बाद साधु-संतों और आमजन को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर सिद्ध शिरोमणि बाबा मस्तनाथ, बाबा पालनाथ, उनके गुरु भाई व इस परिवार से जुड़े योगेश्वरों, शिव परिवार, बजरंग बली की भव्य मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न हुआ। योगी ने कहा कि नशा कारोबारी व्यवस्था को खोखला बना रहे हैं। हमें युवाओं, वर्तमान पीढ़ी व समाज को नशे से बचाना होगा। हमारा दुश्मन किसी न किसी रूप में नशा का कारोबार भारत में फैलाना चाहता है। सीमा पार से लगातार ऐसी शरारतें हो रही हैं। इस दौरान बाबा मस्तनाथ पीठ रोहतक के महंत व विधायक योगी बालक नाथ, महंत नरहरिनाथ, महंत चेताईनाथ, महंत राजनाथ, लहरनाथ आदि मौजूद रहे।
सनातन धर्म सबसे प्राचीन
योगी ने कहा कि भारत के सनातन धर्म की परंपरा दुनिया में सबसे प्राचीन है। सनातन धर्म की इस गौरवशाली परंपरा में नाथ संप्रदाय का अपना योगदान है। इस परंपरा की शुरुआत ही आदिनाथ भगवान शिव से हुई है। उन्होंने कबलाना गांव में आयोजित भंडारे में हुए जमावड़े को अविस्मरणीय बताते हुए आयोजकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस कार्यक्रम ने प्रयागराज महाकुंभ का स्मरण करा दिया।