यूपी के राजनीतिक गलियारे और प्रशासनिक गलियों में आज तीन किस्से काफी चर्चा में रहे। चाहे-अनचाहे आखिर ये बाहर आ ही जाते हैं। इन्हें रोकने की हर कोशिश नाकाम होती है। आज की कड़ी में ‘कोडीन भइया के एक और कारनामे’ की कहानी। साथ ही ‘पदाधिकारियों से दुर्गति और फिर बाहर निकलने को बेताब जिन्न’ के किस्से भी चर्चा में रहे। आगे पढ़ें, नई कानाफूसी…
…तो माननीय भी पी गए सिरप
कई वर्षों से लोगों को नशीला सिरप पिलाने वाले कोडीन भइया के एक और कारनामे की सियासी गलियारों में चर्चा हो रही है। कहा जा रहा है कि कोडीन भइया इस काले धंधे में शामिल मुख्य आरोपी के साथ ही गैंग के सभी सदस्यों को चुनाव लड़ाने की तैयारी करा रहे थे। एक क्षेत्रीय दल वाले माननीय को कोडीन भइया ने 50 लाख रुपये का एडवांस टोकन भी पहुंचा दिया था। यही वजह है कि जब से यह मामला खुला है, तब से माननीय की घिग्घी बंधी है। वह न तो किसी से मिल रहे हैं और न ही किसी से बात कर रहे हैं। माननीय टेंशन में हैं कि कहीं कोडीन भइया के चक्कर में कुर्सी न चली जाए।