Government ambulance did not reach, child was born on the way

खुले में एक महिला को प्रसव कराती अन्य महिलाएं
– फोटो : संवाद

विस्तार


हाथरस के सहपऊ में एंबुलेंस समय से नहीं पहुंची। प्रसूता ने प्रसव के लिए लाते समय रास्ते में ही एक बच्ची को जन्म दे दिया। परिजनों ने एक निजी वाहन से प्रसूता को सीएचसी पहुंचाकर भर्ती कराया। मां एवं नवजात बच्ची स्वस्थ्य हैं। 

ग्राम पंचायत खोंड़ा के मजरा नगला बंजारा निवासी अमित कुमार की पत्नी मंजू देवी ने तीसरी बार गर्भधारण किया। वह सीएचसी पर आयोजित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस पर दिखाने आती थीं। मंगलवार शाम को जब गर्भवती को प्रसव पीड़ा महसूस हुई, तो गांव से 108 एंबुलेंस सेवा को लिए फोन किया गया। उनके पति बाहर मजदूरी करने चले गए थे। 

कुछ इंतजार करने के बाद भी जब एंबुलेंस गांव में नहीं पहुंची, तो महिला को पड़ोस के एक युवक के साथ बाइक से सीएचसी पर दिखाने के लिए ले जाया गया। वह जैसे ही सहपऊ स्थित डाकघर के पास पहुंचे, तो उसे असहनीय प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। युवक ने महिला को रास्ते में ही बाइक से उतारा। 

साथ आई महिला की सास ने वहां की महिलाओं को बुला लिया। महिलाओं ने साड़ी आदि की ओट में महिला को प्रसव कराया। इधर, कस्बा के सपा नगर अध्यक्ष अशोक बघेल ने एक बार फिर 108 एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन वहां से उनसे महिला से बात कराने के लिए कहा गया। इसके बाद लोगों ने कई बार एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन करीब एक घंटे तक एंबुलेंस नहीं पहुंची। मजबूरी में लोगों ने निजी वाहन से प्रसूता और उसकी नवजात बच्ची को सीएचसी ले जाकर भर्ती कराया।

108 एवं 102 एंबुलेंस हमारे अधीन नहीं आती हैं। इस कारण हम उनको कोई आदेश नहीं दे सकते। यदि रास्ते में में प्रसव होने का मामला है, तो यह काफी गंभीर है। इसकी जांच कराई जाएगी। -डॉ. विजय आनंद, सीएचसी प्रभारी सहपऊ



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *