
पूरे प्रदेश में वकीलों ने इस मामले में प्रदर्शन किया।
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राजधानी में दोपहर करीब एक बजे वकीलों की भीड़ परिवर्तन चौक से हटकर स्वास्थ्य भवन चौराहे के पास पहुंच गई थी। यहां पर भी पुलिसकर्मी तैनात थे। इनमें इंस्पेक्टर मदेयगंज अभय प्रताप भी थे। अभय चौराहे के पास खड़े ही थे कि अचानक से वकीलों की भीड़ उन पर टूट पड़ी। उनको जमकर पीटा। इंस्पेक्टर व उनके साथ मौजूद अन्य दरोगा, सिपाही ने वहां से किसी तरह भागकर खुद को बचाया। इंस्पेक्टर से मारपीट की खबर मिलने पर एडीसीपी पश्चिम फोर्स के साथ स्वास्थ्य भवन चौराहे पर पहुंचे।
कोर्ट के पास से लखीमपुर में तैनात दरोगा अवधेश कुमार बाइक से गुजर रहे थे। उन पर भी वकील टूट पड़े। वह जब तक कुछ समझ पाते तब तक उनको सड़क पर गिरा दिया और जमकर पीटा। वर्दी फाड़ी और स्टार नोच लिए। पुलिस बल मूकदर्शक बना रहा। दरोगा किसी तरह से खुद ही बचकर भागे।
प्रदर्शन के चलते भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। कुछ पुलिसकर्मियों व राहगीरों से मारपीट की गई। समय रहते मामले को शांत कराया गया। कोई तहरीर मिलेगी तो उचित कार्रवाई की जाएगी।
– चिरंजीव नाथ सिन्हा, एडीसीपी
48 घंटे में निलंबित हों सभी आरोपी पुलिसकर्मी
हापुड़ में उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के अध्यक्ष शिवकुमार गौड़ और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के चेयरमैन डॉ. आदिश अग्रवाल हापुड़ कचहरी पहुंचे। शिव कुमार गौड़ ने 48 घंटे के अंदर हापुड़ डीएम, एसपी, और सीओ के स्थानांतरण और दोषी पुलिसकर्मियों के निलंबन और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है।