
डीपीआरओ को शिकायत देते सुखपाल सिंह
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
हुजूर, मैं जिंदा हूं, लेकिन मेरा तो मृत्यु प्रमाणपत्र सचिव ने जारी कर दिया है। हाथरस विकास खंड की ग्राम पंचायत राजपुर निवासी एक रिटायर्ड रेलवे कर्मचारी ने शनिवार को जिला पंचायतराज अधिकारी (डीपीआरओ) कार्यालय पहुंचकर गुहार लगाई। रिटायर्ड कर्मचारी ने कहा कि उनके जिंदा रहते हुए सचिव ने वर्ष 2019 से 2023 के बीच उनका मृत्यु प्रमाणपत्र जारी कर दिया है। अब रिटायर्ड कर्मचारी ने संबंधित सचिव पर कार्रवाई करने व किस व्यक्ति ने यह प्रमाणपत्र बनवाया, उसकी पहचान कर उसके खिलाफ भी कार्रवाई करने की मांग की है। डीपीआरओ ने ग्राम पंचायत की जन्म-मृत्यु और परिवार पंजिका तलब कर ली है।
शनिवार की दोपहर को ब्लॉक राजपुर निवासी सुखपाल सिंह विकास भवन स्थित डीपीआरओ कार्यालय पहुंचे। सुखपाल सिंह रेलवे से रिटायर्ड हैं। उन्होंने यहां डीपीआरओ के समक्ष एक व्यथा सुनाई। यहां बैठे सभी कर्मचारी भौचक्के रह गए। उन्होंने कहा कि हुजूर में आपके सामने जिंदा खड़ा हूं और पंचायत सचिव ने मेरा मृत्यु प्रमाणपत्र जारी कर दिया है। इस बात को सुनकर डीपीआरओ सुबोध जोशी भी हैरान रह गईं। डीपीआरओ ने सुखपाल सिंह से पूरे मामले की जानकारी ली। सुखपाल सिंह ने बताया कि रेलवे विभाग में नौकरी से रिटायर हूं। किसी व्यक्ति द्वारा मेरा फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाया गया है। ब्लॉक में सचिव के पास गया था।
उनसे पूछा कि उनका मृत्यु प्रमाणपत्र किसने जारी किया है और किस व्यक्ति द्वारा बनवाया गया है। इस पर पंचायत सचिव ने कोई जानकारी नहीं दी। किसी अन्य व्यक्ति द्वारा बनवाए गए मेरे मृत्यु प्रमाण पत्र का गलत प्रयोग किया जा रहा है। सुखपाल सिंह ने गुहार लगाते हुए कहा कि मृत्यु प्रमाण 2019 से 2023 के बीच जारी हुआ है, इसकी जांच कराई जाए। जिस व्यक्ति ने उनका मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया है और जिसने प्रमाण पत्र जारी किया है, उसके खिलाफ जांच कर कार्रवाई की जाए।
मामले के संज्ञान में आते ही डीपीआरओ सुबोध जोशी ने पंचायत सचिव विवेक कुमार को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि शनिवार को शाम तक ग्राम पंचायत राजपुर की जन्म-मृत्यु एवं परिवार पंजिका डीपीआरओ कार्यालय में उपलब्ध कराई जाए। पत्रावली उपलब्ध कराने में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दास्त नहीं होगी। एडीओ पंचायत को इस मामले में तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए हैं।