Muzaffarnagar : आगामी 17 फरवरी 2025 को भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) द्वारा नवीन मंडी स्थल पर आयोजित होने वाली महापंचायत को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम की रूपरेखा को अंतिम रूप देने के लिए भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत के सुपुत्र, चौधरी चरण सिंह टिकैत ने ग्राम पंचायत ककरौली में पहुंचकर समाजवादी पार्टी के जिला सचिव एडवोकेट इमरान खान के आवास पर बैठक की। बैठक में महापंचायत की रणनीति और आयोजन को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। इस दौरान ब्लॉक अध्यक्ष अनुज राठी भी उनके साथ मौजूद रहे।

🚜 महापंचायत की तैयारी – किसानों के हक की नई जंग!

भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) ने इस महापंचायत को किसानों के हक और उनके अधिकारों की नई जंग बताया है। बैठक में यह साफ किया गया कि यह पंचायत सिर्फ एक सभा नहीं होगी, बल्कि किसानों की समस्याओं, न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP), फसल बीमा, गन्ना भुगतान, भूमि अधिग्रहण, बिजली बिल और कृषि से जुड़े अन्य मुद्दों पर एक निर्णायक आवाज बनेगी।

चौधरी चरण सिंह टिकैत ने कहा कि महापंचायत किसानों की असली ताकत का प्रदर्शन होगी और इसमें हजारों की संख्या में किसान भाग लेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि पंचायत में देशभर के किसान नेताओं, विभिन्न संगठनों और विशेषज्ञों को बुलाया गया है, ताकि किसानों को उनके अधिकारों की जानकारी मिल सके और उनकी समस्याओं का हल निकाला जा सके।

🌾 क्या होगा महापंचायत का मुख्य एजेंडा?

🔹 न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी कानून
🔹 गन्ना किसानों का बकाया भुगतान और फसल का सही मूल्य
🔹 बिजली बिल में राहत और कृषि उपकरणों पर सब्सिडी
🔹 भूमि अधिग्रहण नीति में किसानों के पक्ष में बदलाव
🔹 कृषि में बढ़ती महंगाई और लागत को नियंत्रित करने की मांग
🔹 किसानों की कर्जमाफी और आसान लोन नीति लागू करने पर जोर
🔹 बेरोजगारी और ग्रामीण विकास को लेकर सरकार पर दबाव

🔥 महापंचायत से पहले क्षेत्र में बढ़ी हलचल, प्रशासन सतर्क!

महापंचायत की तैयारियों को देखते हुए प्रशासन भी सतर्क हो गया है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस और प्रशासन की कई बैठकें हो चुकी हैं। किसानों के बड़े जमावड़े को देखते हुए ट्रैफिक और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं।

सूत्रों के अनुसार, महापंचायत में कई बड़े किसान नेता और राजनीतिक हस्तियां भी शामिल हो सकती हैं। हालांकि, अभी इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन संभावना है कि यह पंचायत आगामी लोकसभा चुनाव 2025 से पहले किसानों के लिए एक बड़ा संदेश दे सकती है।

🎙️ किसानों के मुद्दों पर एक बार फिर होगा सरकार से सीधा टकराव?

पिछले कुछ वर्षों में किसान आंदोलन ने देशभर में सरकार के खिलाफ कई बड़े फैसलों को चुनौती दी है। 2020-21 के किसान आंदोलन के बाद यह महापंचायत एक बार फिर किसानों की आवाज को बुलंद करने जा रही है।

चौधरी चरण सिंह टिकैत ने कहा कि “हम शांति के साथ अपनी मांगें रखेंगे, लेकिन अगर सरकार ने अनदेखी की तो किसान फिर से संघर्ष के लिए तैयार हैं।”

📌 महापंचायत में शामिल होने के लिए किसानों में उत्साह

ग्रामीण इलाकों और किसान संगठनों में महापंचायत को लेकर भारी जोश और उत्साह देखा जा रहा है। मुजफ्फरनगर, शामली, मेरठ, सहारनपुर, बागपत, बुलंदशहर, गाजियाबाद और अन्य जिलों से किसान इस महापंचायत में शामिल होंगे।

किसानों का कहना है कि यह महापंचायत उनके भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। “हमारे हक के लिए अगर हमें फिर से आंदोलन करना पड़े, तो हम पीछे नहीं हटेंगे,” – यह बात कई किसानों ने बैठक के दौरान कही।

🚜 टिकैत परिवार की अगुवाई में फिर गरजेगी किसान आवाज

चौधरी राकेश टिकैत का नाम किसानों के संघर्षों में अग्रणी रहा है और अब उनके पुत्र चौधरी चरण सिंह टिकैत भी इस जिम्मेदारी को आगे बढ़ा रहे हैं। उनका कहना है कि “किसान अब और ठगे नहीं जाएंगे। सरकार को हमारी मांगों पर ध्यान देना होगा, नहीं तो हम आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार हैं।”

📢 महापंचायत का स्थान और समय

📍 स्थान: नवीन मंडी स्थल, मुजफ्फरनगर
🗓️ तारीख: 17 फरवरी 2025
समय: प्रातः 10 बजे से

👉🏻 किसानों से अपील: सभी किसान इस महापंचायत में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचे और अपनी आवाज बुलंद करें। यह केवल एक सभा नहीं, बल्कि किसानों के हक की निर्णायक लड़ाई होगी!



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