
शादी
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शादी विवाह के लिए बसंत पंचमी का मुहूर्त सबसे उत्तम माना जाता है। इस दिन ऐसे नवयुगलों का भी विवाह हो सकता है, जिनके लिए साल भर में कोई मुहूर्त नहीं है। यही कारण है कि 14 फरवरी को वसंत पंचमी के अवसर पर हाथरस शहर में शादियों की धूम मचेगी। शहर और ग्रामीण अंचल के सभी विवाह स्थल बुक हो चुके हैं। शादियों का यह सिलसिला 15 मार्च को फुलैरा दूज तक चलेगा।
शादी विवाह के आयोजनों के बीच 14 फरवरी से बैंड, बाजा, बरात का सीजन शुरू हो गया है। आज से फूल वाले हों, घोड़ी वाले हों, हलवाई या फिर टेंट या फोटोग्राफर, सभी कारोबारी व्यस्त हो जाएंगे। जिले में शादी विवाह से बड़ा कारोबार तो होगा ही, लोग मौज मस्ती भी करेंगे। 14 फरवरी के बाद से लगातार एक माह तक सहालग की व्यस्तता रहेगी। फरवरी माह में 18, 19, 25 तारीख को अच्छे सहालग हैं। मार्च माह की 2 से 6 तारीख, 12 व 15 तारीख को बड़े सहालग हैं। बसंत पंचमी के बाद 12 मार्च को फुलैरा दौज के दिन भी बड़ी संख्या में शादी विवाह के आयोजन होंगे।
