शाहजहांपुर के मोहल्ला दीवान जोगराज निवासी शरद चंद्र सक्सेना को डिजिटल अरेस्ट कर एक करोड़ 47 लाख रुपये की ठगी के मामले में रकम ठिकाने लगाने वाले एजेंटों के सरगना को एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया। 10वीं पास आरोपी पहले हेयर सैलून चलाता था। व्हाट्सएप नंबर के जरिये पुलिस उस तक पहुंची। कोर्ट में पेशी के बाद उसे जेल भेज दिया गया। सरगना राजा सेन उर्फ रियो के तार हांगकांग और सिंगापुर में बैठे साइबर ठगों से जुड़े हैं।
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प्रगतिशील किसान शरद चंद्र सक्सेना ने चार जून को साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। एसपी ने घटना के खुलासे के लिए एसआईटी का गठन किया। टीम ने विवेचना के बाद तीन जुलाई को झांसी, दिल्ली, लखनऊ, बुलंदशहर आदि जगहों से सात एजेंटों को गिरफ्तार किया था। वे ठगी की रकम अपने खातों में मंगाते थे और इसके बदले कमीशन लेते थे। पुलिस ने इन एजेंटों की सरगना की तलाश शुरू की।
पकड़े गए एजेंटों के मोबाइल से सरगना रियो का नंबर मिला। उसका असली नाम राजा सेन है और वह मध्य प्रदेश के भोपाल की ऐशबाग कॉलोनी का रहने वाला है। पुलिस ने पड़ताल शुरू की तो नंबर कोई और चला रहा था। जबकि व्हाट्सएप पर नेट दूसरे फोन नंबर का चल रहा था। इससे उसका चालू फोन नंबर मिल गया। सर्विलांस सेल की मदद से पुलिस ने उसे भोपाल से यहां आते समय रोजा थाना क्षेत्र के गांव दिउरिया मोड़ के पास से गिरफ्तार कर लिया।