
पुलिस गिरफ्त में आरोपी
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आगरा के लखनपुर (सिकंदरा) में पकड़ी गई फैक्टरी में बारहवीं पास तकनीशियन पशुओं की नकली दवाएं तैयार करता था। टैबलेट, सीरप और इंजेक्शन में रसायन की मात्रा से लेकर मिश्रण तक खुद बनाता था। महिला श्रमिक कार्टन में पैकिंग करती थीं। पुलिस ने शुक्रवार को अश्वनी गुप्ता, उसकी पत्नी निधि, साले साैरभ दुबे और तकनीशियन उस्मान को जेल भेजा। मुकदमे में मैरिज होम और मकान में फैक्टरी खुलवाने पर उनके मालिकों को भी आरोपी बनाया गया है।
सिकंदरा के गांव लखनपुर में पुलिस और औषधि विभाग की टीम ने मंगलवार रात को पशुओं की नकली दवाएं बनाने की दो फैक्टरियां पकड़ी थीं। विभव वाटिका, दयालबाग निवासी अश्वनी गुप्ता और उसकी पत्नी निधि बंद मैरिज होम में फैक्टरी चला रहे थे। अश्वनी के साले नरसी विलेज, राज दरबार काॅलोनी निवासी साैरभ दुबे ने मैरिज होम से 500 मीटर की दूरी पर एक मकान में फैक्टरी खोल रखी थी।
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