उरई। बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित 1,499 स्कूलों की सूरत और शिक्षण व्यवस्था में सुधार होगा। इसके लिए शासन ने कंपोजिट ग्रांट की 50 फीसदी धनराशि यानी 2.49 करोड़ की राशि जारी की है।

परिषदीय विद्यालयों को सजाने-संवारने के लिए हर साल छात्र संख्या के अनुसार स्कूलों को कंपोजिट ग्रांट दी जाती है। जिले में 1,509 परिषद विद्यालय हैं। इसमें 10 विद्यालयों का चयन पीएम श्री स्कूल के रूप में हो गया है। अब 1,499 विद्यालय बचे हैं। इन विद्यालयों के कायाकल्प के लिए कंपोजिट ग्रांट के रूप में 2.49 करोड़ की धनराशि जारी की गई है। इस ग्रांट में 10 फीसदी धनराशि स्कूलों की स्वच्छता एवं स्वास्थ्य पर खर्च की जाएगी।

इसमें स्कूलों में टायलेट क्लीनर, साबुन, झाड़ू, फिनाइल खरीदा जाएगा। साथ ही शौचालय की मरम्मत, टूट-फूट ठीक कराई जाएगी। फर्स्ट एड बॉक्स, अग्निशमन यंत्रों की रिफलिंग व अन्य उपकरण खरीदे जाएंगे। स्कूलों की रंगाई-पुताई, खिड़कियों को भी ठीक किया जाएगा। इस बार विभाग की ओर से मिले टैबलेट के लिए सिमकार्ड व रिचार्ज के लिए इस ग्रांट से 1,500 रुपये प्रति टैबलेट दिए जाएंगे।

बेसिक शिक्षा विभाग के जिला समन्वयक निर्माण सौरभ पांडेय ने बताया कि जिले के 141 स्कूलों को 10 हजार, 823 स्कूलों को 25 हजार, 500 स्कूलों को 50 हजार, 46 स्कूलों को 75 हजार रुपये की धनराशि कंपोजिट ग्रांट के रुप में दी जाएगी।

बीएसए चंद्रप्रकाश ने बताया कि शासन से हर साल कंपोजिट ग्रांट मिलती है। महानिदेशक स्कूली शिक्षा के पत्र के अनुसार वर्ष 2023-24 के लिए कंपोजिट ग्रांट की राशि भेजी गई है। इसका उपभोग इसी साल 31 मार्च तक किया जाना है। संबंधित स्कूलों के खाते में ग्रांट भेजी गई है। खरीद की गई सामग्री के बिल बाउचर और कार्य के पहले और कार्य के बाद की फोटो प्रेरणा पोर्टल पर दर्ज करनी होगी।



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