घटना की एक हकीकत तस्वीर है

पत्थरों से भरी मिली ट्रॉली खास घरों को बनाया गया निशाना’ सच कहा था उन्होंने कि 15 मिनट के लिए फोर्स हटा दो पता चल जायेगा

सच कहा था उन्होंने कि 15 मिनट के लिए फोर्स

सिर्फ 15 मिनट में…
जेहादियों की भीड़ सड़कों पर आ गई थी।
आश्चर्य है कैसे एक साथ हजारों लोगों के पास खबर भेजकर उनको दंगा करने के लिए बुलाया गया होगा..?
यह सब एक सुनियोजित चाल थी                                                                                             वे बस सही समय का इंतजार कर रहे थे
उन्होंने पेट्रोल बमों से घरों को निशाना बनाया

                         ‌                                                       महिलाएं और बच्चे उन्हें बख्शने के लिए चिल्ला रहे थे,          लेकिन खून की प्यासी जिहादी भीड़ नहीं रुकी।



नागपुर हिंसा में 33 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। एक पुलिसकर्मी पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया है। एक व्यक्ति गंभीर रूप से आईसीयू में भर्ती है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का कहना है । कि नागपुर हिंसा सुनियोजित थी।
नागपुर में जिहादियों की भीड़ ने न केवल पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया बल्कि हिंदुओं के वाहनों और घरों को भी नुकसान पहुंचाया और आग लगा दी।यहां तक कि हिंदू मंदिरों को भी नुकसान पहुंचाया गया।
CAA, कृषि बिल, शाहीन बाग, फिर 2022 में नूपुर शर्मा के विरोध में हजारों की भीड़ महाराष्ट्र में निकली।
2024 में महंत रामगिरि के खिलाफ ‘सर तन से जुदा’ का नारा लगती हुई भीड़ यहीं निकली।
आपने कोई कार्रवाई नहीं की, इसीलिए अब औरंगज़ेब के समर्थन में भी सबसे बड़ी भीड़ न केवल निकल रही है बल्कि  वहां हिन्दुओं की संपत्तियों को भी फूँक रही है। जहां “हिन्दुओ को संगठित करके ऊर्जा केंद्र के रूप में बदलने का दावा करने वालों का मुख्यालय है।
प्रदेश और केंद्र दोनों सरकारों के मातृ संगठन का संस्थापना भूमि हैI इस सन्देश को महसूसिये, समझिये और तैयार हो जाइए।
यह भीड़ देश के हर राज्य, हर कस्बे और शहर में है, हमने उन्हें बेंगलुरु, कलकत्ता, दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों समेत, संभल, गिरिडीह, मुजफ्फरपुर समेत देश के हर छोटे शहरों में ऐसा करते देखा है।

वे संविधान, कानून और व्यवस्था या अदालतों की परवाह नहीं करते।         

वे अपनी उस किताब के अनुसार चलते हैं जो उन्हें सिखाती है कि काफ़िरों को मिटा दिया जाना चाहिए।

आज इसे नागपुर में करके उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े हिन्दू संगठन को एक सन्देश दिया दिया है, कि यह वह पूरे भारत के सभी शहरों में एक साथ कर सकते हैं।
अगर आप या आपके पत्नी बच्चे मां बाप किसी दूकान,स्कूल, वाहन आफिस, घर, बाजार कहीं भी हैं तो असुरक्षित हैं।

वे कही भी कभी भी आक्रमण कर सकते हैं।

कोई सरकार या सिस्टम हिन्दुओ की रक्षा तत्काल नहीं कर सकती, मतलब आप हर पल हर क्षण असुरक्षित हैं।

मजहबी उग्रवादियों का दुस्साहस संघ को अपनी विषय समझने की क्षमता के गहरे अवलोकन की आवश्यकता दर्शाता है।जगह, टाइम, दिन सब कुछ प्री सेट होता है
कब कैसे और कहा दंगा करना है ,

पहले हिंदुओं के रहने वाले इलाके की रेकी होती है उसके बाद बस एक बहाने का इंतेज़ार होता है..

so as like always इंदौर की तरह नागपुर की घटना भी pre प्लांड था,,

और मैं फिर से नफरत फैलाने आया हूं
और भाईचारा खराब करने आया हूं,,
कुछ रुकने वाला नहीं भाई…
जब तक इस देश में अश्विनी उपाध्याय जी के कहे अनुसार घटिया कानून और न्यायायिक व्यवस्था को पहले सही नहीं किया जाय,

क्योंकि जैसा मैं हमेशा कहता हूं वामपंथियों और जिहादियों का मुख्य सुरक्षा केंद्र है इस देश में बने हुए कोर्ट हैं जहां पैसे से बल पर मुंह मांगा न्याय मिलता है..यदि हिम्मत इस कदर बढ़ जाए कि सीधा पुलिस पर ही हमला कर दें, तो समझ जाइए, अब दवाई से काम नहीं चलने वाला,

सर्जरी की जरूरत है???

By Parvat Singh Badal (Bureau Chief) Jalaun✍️

A2Z NEWS UP Parvat singh badal (Bureau Chief) Jalaun ✍🏻

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