
आगरा विश्वविद्यालय
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई करने और छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के लिए बायोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य कर दी गई है। सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में यह मशीन लगाई जानी है। छात्रों की बायोमेट्रिक उपस्थिति 75 प्रतिशत से कम हुई तो छात्रवृत्ति नहीं मिलेगी।
उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की ओर से संचालित पूर्व दशम, दशमोत्तर और पीएम यशस्वी योजना के तहत उच्च शिक्षण संस्थानों में दी जा रही छात्रवृत्ति के लिए बायोमेट्रिक्स उपस्थिति अनिवार्य की गई है। विशेष सचिव संजय कुमार दुबे की ओर से पत्र भी जारी किया गया है।
पत्र में लिखा है कि साल 2024-25 में छात्रवृत्ति केवल उन्हीं विद्यार्थियों को मिलेगी जिनकी संस्थान में 75 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज होगी। इसके लिए सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में बायोमेट्रिक्स मशीन अनिवार्य रूप से लगानी होगी। शिक्षकों की तरह छात्रों को भी अपनी बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज करानी होगी। प्रत्येक माह संस्थान की ओर से इस उपस्थिति को समाज कल्याण विभाग के पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। संस्थानों में बायोमेट्रिक डिवाइस लगाने के लिए श्रीट्रान इंडिया लिमिटेड को अधिकृत किया जा चुका है।