लखनऊ। गुडंबा इलाके में 12 वर्षीय किशोरी से एक युवक ने पहले तो दुष्कर्म किया, फिर उसका अश्लील वीडियो बना लिया। इसके बाद उसे डराकर ब्लैकमेल करते हुए देह व्यापार कराने लगा। एक समाजसेविका की मदद से मामला वन स्टॉप सेंटर 181 पर पहुंचा। सेंटर प्रभारी अर्चना सिंह के हस्तक्षेप के बाद गुडंबा पुलिस ने दुष्कर्म, पॉक्सो, धमकी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी महिला और उसके साथी को गिरफ्तार किया है।
गुडंबा इलाके में 12 वर्षीय किशोरी अपने माता-पिता और छोटे भाई के साथ रहती है। वह कक्षा छह में पढ़ती है। पिता बीमारी के कारण घर पर रहते हैं, जबकि मां आंखों की बीमारी के चलते ठीक से देख पाने में असमर्थ हैं। घर खर्च के लिए मकान में कमरा किराए पर दे रखा है। पीड़िता की मां के मुताबिक जून 2024 में बेटी की दोस्त की बहन रहनुमा एक दिन घर आई। उसने खुद को गर्भवती बताते हुए अपनी देखभाल की बात कही। तीन हजार रुपये महीना देने का वादा किया। पीड़िता रहनुमा के घर जाने लगी। वह वहां रुकती भी थी। कुछ दिन बाद रहनुमा ने किशोरी और अपनी एक बहन को अनजान व्यक्तियों के साथ भेजना शुरू कर दिया। अगस्त 2024 में रहनुमा के पति साबान के दोस्त कथित दंपती नैंसी व असलम कुरैशी पीड़िता के घर आए। आरोप है कि कुछ दिन बाद असलम किशोरी को रहनुमा के कमरे पर ले गया, जहां नैंसी की अनुपस्थिति में उसने दुष्कर्म किया। इसका वीडियो भी बना लिया। इसके बाद आरोपी वीडियो वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करने लगा। पीड़िता को अन्य लोगों के पास देह व्यापार के लिए लेकर जाने लगा। आरोप है कि असलम पीड़िता को दवाई देता था, जिससे उसको चक्कर आने लगते थे। पीड़िता जब दूसरे लोगों के साथ जाने से इंकार करती तो नैंसी व असलम उसे फोटो-वीडियो वायरल करने की धमकी देते थे। पीड़िता को यूरिन इंफेक्शन हुआ तो उसने सारी बातें अपनी मां को बताईं। इंस्पेक्टर गुडंबा प्रभातेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी असलम और नैंसी को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य आरोपियों से पूछताछ की जाएगी। साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तारी की कार्रवाई होगी।
पहले मां, फिर पिता को बनाया वादी, बदलवाई तहरीर
थाने में पहले किशोरी की मां ने तहरीर दी थी। बाद में पुलिस ने किशोरी के पिता के नाम से तहरीर ली। इसके बाद पहले दी गई तहरीर बदलवा दी गई। इसमें आरोपियों द्वारा देह व्यापार कराने का आरोप ही हटा दिया गया। इसकी वजह से एफआईआर में भी देह व्यापार की धारा नहीं लगाई गई। उधर, किशोरी की आपबीती सुनने और आरोपियों की धमकी से पूरा परिवार डर हुआ है। कुछ लोगों ने पीड़िता के परिवार को समाज सेविका सुमन रावत का नंबर दिया। रविवार रात सुमन उन्हें वन स्टॉप सेंटर लेकर पहुंचीं और प्रभारी अर्चना सिंह को पूरी बात बताई। सोमवार को वन स्टॉप सेंटर की टीम पीड़ित परिवार को लेकर गुडंबा थाने पहुंची, जिसके बाद केस दर्ज हुआ।
मकान पर कब्जे का कर रहे थे प्रयास
पीड़िता के पिता के मुताबिक असलम के कमरे पर देर रात तक अराजक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता था। वह अक्सर उनके घर भी ऐसे लोगों को लेकर आने लगा। इस पर रविवार को उन्होंने खत्री चौकी पर शिकायत की। शिकायत पर दो सिपाही घर पहुंचे, जहां नैंसी ने सिपाही को धमकाते हुए वर्दी उतरवाने की धमकी दी। इसके बाद 112 पर सूचना दी गई। विवाद बढ़ने पर पीड़िता ने नैंसी और असलम के हैवानियत की कहानी सुनाई। इससे बौखलाकर नैंसी ने पुलिस कर्मियों के सामने ही पीड़िता व उसके परिवार को नंगा करके पीटने की धमकी दी। छानबीन में सामने आया कि आरोपी पीड़िता का मकान कब्जा करना चाहते थे। इसके लिए वह दबाव बना रहे थे।