शनिवार से आरंभ हुए सड़क सुरक्षा माह के बीच हादसे में जान गंवाने वालों का हालिया आंकड़ा भी सामने आया है। जनवरी से जुलाई के बीच जहां हादसों में जान गंवाने वालों की संख्या के लिहाज से झांसी पूरे सूबे में 11वें स्थान पर था वहीं, सितंबर के अंतिम आंकड़ों में इनकी संख्या बढ़ने से सूबे में आठवें स्थान पर पहुंच गया।
झांसी के चारों ओर हाईवे का जाल बिछा हुआ है। तेज रफ्तार में वाहन फर्राटा भरते हैं। इन पर ट्रैफिक पुलिस का कोई अंकुश नहीं है। महानगर के भीतर भी नियमों के उल्लंघन की वजह से हादसों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यातायात विभाग के आंकड़ों के मुताबिक जनवरी से जुलाई के बीच 2024 में 360 हादसे हुए थे, जबकि इस साल 390 हादसे हो गए। 2024 में 166 लोगों ने जान गंवाई थी, इस साल यह संख्या बढ़कर 227 हो गई। सितंबर में भी हादसों की संख्या बढ़ गई।
पिछले साल सितंबर में 35 हादसे हुए थे जबकि इस साल सितंबर में 47 हादसे हुए। पिछले साल नौ माह के दौरान 196 लोगों ने जान गंवाई थी, जबकि इस साल अभी तक 275 लोग सड़कों पर जान गवां चुके हैं। झांसी में जनवरी से सितंबर के बीच कुल 481 दुर्घटनाएं दर्ज हुईं, इनमें 272 लोग अपनी जान गवां बैठे जबकि पिछले साल (सितंबर तक) 439 हादसों में 196 लोगों ने जान गंवाई थी।
ट्रैफिक सीओ रामवीर सिंह का कहना है कि नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई होती है। दुर्घटनाओं को रोकने के लिए अतिरिक्त प्रयास किए जाएंगे।
