
UP Police
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में पुलिस ने झगड़ा कर रहे युवक को गिरफ्तार कर नई धारा में जेल भेजने लगे तो आरोपी विफर गए। उसने पुलिस ने पर आरोप लगाया कि पुलिस उसे झूठी धारा में फंसा रही है। बाद में पुलिस द्वारा उन्हें नए कानून में धारा बदले जाने की जानकारी देने पर वह शांत हो गए। पुलिस के बीच इस घटना की चर्चा रही।
कोतवाली क्षेत्र के गांव नगला रते निवासी अधिवक्ता मनोज यादव ने पुलिस को सूचना दी कि अराजततत्व उनके मकान पर जबरन कब्जा कर निर्माण किया जा रहा है। इस मकान का मुकदमा न्यायालय में चल रहा है। अब माधवेंद्र व विजेंद्र निवासीगण नगला रते मकान पर जबरन कब्जा करना चाहते हैं।
उन्होंने निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। इस शिकायत पर कोतवाली के उप निरीक्षक योगेश कुमार सोमवार को मौके पर पहुंचे तो आरोपित माधवेंद्र और विजेंद्र झगड़े पर आमादा हो गए।। पुलिस के समझाने पर भी अवैध कब्जा करने की धमकी दे रहे थे। मौके पर तनाव की स्थिति बनी हुई थी।
झगड़े की संभावना के चलते पुलिस ने माधवेंद्र और विजेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उन्हें कोतवाली ले आई। उप निरीक्षक ने दोनों के विरुद्ध धारा 170 भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के तहत कार्रवाई शुरू की। धारा 170 की जानकारी होते ही आरोपी विफर गए। उन्होंने कहा कि शांति भंग की धारा तो 151 है। पुलिस उन्हें झूठे मुकदमे में क्यों फंसा रही है। इस पर पुलिस ने उन्हें नए कानून की जानकारी दी और शांत कराया।