संवाद न्यूज एजेंसी
झांसी। जीएसटी विभाग की ओर से व्यापारियों पर की जा रही कार्रवाई के विरोध में उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल के तत्वावधान में एवं कैट के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजय पटवारी के नेतृत्व में व्यापारियों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान व्यापारियों ने एडिशनल कमिश्नर ग्रेट-एक को ज्ञापन सौंपा।
राज्य जीएसटी विभाग की ओर से 2015-16 एवं 16-17 की वैट के मामले की रिकवरी निकलते हुए व्यापारियों के बिना किसी सूचना के उनके बैंक अकाउंट को फ्रीज कर दिया है। इसके साथ ही बिना किसी सूचना के व्यापारी के अकाउंट से रकम भी निकाली गई है। व्यापारियों ने इसे उत्पीड़न की कार्रवाई मानते हुए अधिकारियों के सामने विरोध व्यक्त किया। व्यापारियों ने बताया कि अधिकतर व्यापारियों का विभाग पर कोई बकाया नहीं है। बिना पोर्टल को अपडेट किया व्यापारियों पर कार्रवाई की गई है। इसे व्यापारियों ने अधिकारियों की तानाशाही कार्रवाई बताते हुए पांच सूत्रीय ज्ञापन सौंपा हैं। इसमें व्यापारी के बैंक अकाउंट को सीज करने एवं खाते में रुपये निकालने के पूर्व व्यापारियों को सूचित किया जाए और विभाग अपने दस्तावेजों को दुरुस्त करने की मांग की गई है।
विभाग अपने पोर्टल को अपडेट कर किसी भी कार्रवाई के पहले व्यापारी को सूचित करें, जिससे व्यापारी होने वाली कार्रवाई से बच सकें। व्यापारियों के चले आ रहे रिफंड को अविलंब वापस किया जाए। ज्ञापन में बताया गया कि व्यापारियों की बिना कोई फाइल के उन्हें परेशान किया जा रहा है। तानाशाही रवैया को तत्काल बंद करने की मांग की गई है। नवरात्रि एवं दीपावली पर्व को देखते हुए छोटे व्यापारियों की धरपकड़ एवं माल बंदी बंद की जाए।
मौके पर जॉइंट कमिश्नर ग्रेड 2 अशोक कुमार सिंह, जॉइंट कमिश्नर कार्यपालक मुंशी चौहान, विधान परिषद के सदस्य रामतीर्थ सिंघल, टैक्स बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रामेश्वर राय एडवोकेट, प्रो. एसआर गुप्ता, कैट के प्रदेश महामंत्री कुलदीप सिंह दांगी, पंकज शुक्ला, अभिषेक सोनकिया, मनीष रावत, संजय सराफ, कृष्णा राय, संजय गुप्ता, अजय चड्ढा, अंकुर वट्ठा, प्रभु दयाल साहू, संजय गुप्ता, विवेक बाजपेई, दिलीप अग्रवाल ,सोनू उपाध्याय, धीरज राजपूत, रिंकू राय, दीपक गुप्ता, संजय वर्मा, मानसिंह आदि रहे।