administrative team is investigating case of conspiracy to grab land in Agra

आगरा जमीन कब्जा मामला: बयान दर्ज कराकर परिवार के साथ बाहर आते रवि कुशवाह, साथ में प्रेमचंद्र कुशवाह
– फोटो : अमर उजाला

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ताजनगरी आगरा के बोदला स्थित जिस जमीन पर कब्जे की साजिश रची गई थी। उसके मालिकाना हक और अन्य दस्तावेज की प्रशासन की टीम जांच कर रही है। शनिवार को पीड़ित रवि कुशवाह के एडीएम प्रशासन कार्यालय में बयान दर्ज किए गए। पीड़ित का कहना है कि जमीन का बैनामा किसी दूसरे व्यक्ति के नाम कर दिया गया, जबकि जमीन किसी को बेची नहीं गई है।

बोदला के सरदार टहल सिंह के बाड़ा निवासी रवि कुशवाह ने बयान में कहा कि वह कुल्फी बेचकर परिवार का भरण पोषण करता है। करीब 4 बीघा जमीन सरदार टहल सिंह की है। इसमें सरदार टहल सिंह ढलाई का कारखाना चलाते थे। 

मार्च 2008 में सरदार टहल सिंह की मृत्यु के बाद यह जमीन उनके पुत्र जसवीर सिंह के नाम दर्ज हो गई। जसवीर सिंह की पत्नी उमा देवी हैं। सरदार टहल सिंह के साथ उसके पिता दीनानाथ कुशवाह काम करते थे। उनके विश्वासपात्र होने के नाते पूरा परिवार इसी बाड़े में रहता है।

पिता की मृत्यु के बाद ब़़ाड़े में बने कमरों में वह अपने परिवार के साथ रहता है। साथ ही बाड़े की खाली जमीन पर ऑटो वालों ने किराये पर गैराज बना रखा है। कुशवाहा महासभा के जिलाध्यक्ष प्रेमचंद कुशवाहा ने बताया कि जमीन का बैनामा किसी प्रांशु यादव के नाम किसने करवाया, इसकी जांच होनी चाहिए। इस मामले में एडीएम (प्रशासन) अजय कुमार सिंह जांच कर रहे हैं।



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